बाराबंकी: जिले के सभी ब्लॉक प्रमुख तानाशाह, प्रधानों से मांगा जा रहा कमिशन

सोशल मीडिया पर पूर्व भाजपा विधायक का वीडियो वायरल

बाराबंकी: जिले के सभी ब्लॉक प्रमुख तानाशाह, प्रधानों से मांगा जा रहा कमिशन

विवेक शुक्ला, रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। जिले के सभी ब्लॉक प्रमुखों पर तानाशाही रवैया अपनाये जाने के साथ गांवों के मनरेगा कार्यों में हस्तक्षेप किए जाने का गंभीर आरोप पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी ने जनप्रतिनिधियों की एक बैठक में लगाया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जनता के बीच तरह तरह की चर्चाएं उठ रही हैं। 

बीते शनिवार को गणेशपुर हाईवे स्थित एक पेट्रोल पंप पर ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक के दौरान मुख्य अतिथि पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी ने उपस्थित जन प्रति निधियों की शिकायतों पर कहा कि जिले के सभी ब्लॉकों में प्रमुखों का तानाशाही भरा रवैया रहा है। ब्लॉकों के अधिकारियों द्वारा कार्य करवाने के नाम पर ग्राम प्रधान से कमीशन की मांग की जाती है। जिससे ग्राम प्रधान गांवों में विकास कार्य को गत नहीं दे पा रहे हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि आप सभी लोग एकजुट होकर इसका विरोध करिये हम आपके साथ हैं। पूर्व विधायक के द्वारा जिले के प्रमुखों पर लगाये गये आरोपों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जनता में चर्चा का विषय बन चुका है। लोगों का कहना है कि जिले के अधिकतर ब्लॉक प्रमुख भाजपा के हैं। अब अपनों पर ही इस तरह कीचड़ उछालने से पार्टी का कितना फायदा होगा यह आने वाला समय ही बतायेगा। एक तरफ पूर्व विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर है तो दूसरी तरफ ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी के प्रत्यारोप का वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसकी हेडिंग ही है कि सभी प्रमुख तानाशाह और भ्रष्टाचारी है। 

भस्मासुर की यह बात यही पर खत्म नहीं होती है उन्होंने लिखा है कि उक्त बैठक में मौजूद रहे कुल 22 ग्राम प्रधानों और मात्र 6 क्षेत्र पंचायत सदस्यों मे अधिकतर सपा के हैं। यह सारी जद्दोजहद प्रतिशत प्राप्ती को लेकर है। बीते कुछ दिनों पहले पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विकासखंड सिरौलीगौसपुर की सपा ब्लॉक प्रमुख रेनू वर्मा पर ब्लॉक में भ्रष्टाचार किए जाने का आरोपित एक पत्र जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को दिया था। जिसके बाद सपा विधायक फरीद महफूज क़िदवई ने भाजपा के पूर्व विधायक पर कमीशन  के चक्कर मे विरोध जताने के आरोप लगाया था। यह मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं हुआ सभी लोग उसी जद में आ गये। 

अब सवाल इस बात का है अभी हाल में सम्पन्न हुये लोक सभा चुनाव परिणाम से भाजपा के कर्णधार कोई सीख नहीं ले पाये और आ बैल मुझे मार की कहानी एक बार फिर चरितार्थ करते हुये देखे और पाये जा रहे हैं। यदि समय रहते ही पार्टी के उच्च पदाधिकारीयों ने ऐसे कार्यकर्ताओं पर लगाम नहीं कसी तो आने वाला समय में पार्टी का काफी नुकसान हो सकता है। बैठक के दौरान सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजन सिंह सहित ग्राम प्रधान व बीडीसी मौजूद थे।

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