अधेड़ की पीट-पीट हत्या: दाह संस्कार से पूर्व हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर हंगामा
मारपीट में घायल अधेड़ की इलाज दौरान मौत, गांव में पुलिस बल तैनात
बाराबंकी, अमृत विचार। जिले के मसौली थाना अंतर्गत मल्लपुर अरसंडा गांव में रक्षाबंधन की रात में दो पक्षों में मारपीट हो गई। जिसमें गांव के दबंगों ने हरिप्रसाद (50) को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। आनन-फानन उन्हें नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया, लेकिन हालत नाजुक होता देख डॉक्टरों ने उन्हें केजीएमयू रेफर दिया। जहां देर रात डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अधेड़ की मौत के बाद पुलिस विभाग के आलाधिकारी घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे। हालांकि, ग्रामीणों को आक्रोशित होता देख गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक, 19 अगस्त की रात मल्लपुर अरसंडा गांव निवासी रामू यादव के बेटे हुकुम सिंह यादव और गांव के ही त्रिभुवन के बेटे ज्ञान सिंह के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। देर रात्रि ज्ञान सिंह अपने पिता त्रिभुवन साथी रवि, अमरेश , मुलायम सिंह यादव के साथ धारदार हथियार लेकर रामू यादव के घर पहुंचा।आरोप है कि घर के बाहर रामू यादव पिता हरी प्रसाद आराम कर रहे थे। इस दौरान दबंगों ने हरी प्रसाद पर हमला कर दिया।
शोर-शराबा सुनकर चाचा को बचाने पहुंचे भतीजे हुकुम सिंह यादव को दबंगों ने पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। हंगामे के बाद हमलावर चाचा-भतीजे को धमकी देते हुए वहां से भाग निकले। इसके बाद परिजनों ने दोनों को जिला अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने हरिप्रसाद को केजीएमयू में रेफर कर दिया। गुरुवार देर रात अस्पताल में भर्ती हरिप्रसाद ने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी पर एएसपी चिरंजीवनाथ सिंहा, सीओ रामनगर आलोक पाठक, प्रभारी निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह सहित थाना रामनगर, बदोसरायं का पुलिस बल तैनात किया है।
दोषियों की जल्द होगी गिरफ्तारी
घटनास्थल पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव सिन्हा के सामने परिजनों एव ग्रामीणों ने हत्या के अभियुक्तों की गिरफ्तारी तक दाह संस्कार न करने की बात सामने आने पर एएसपी ने घटना मे शामिल अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए प्रभारी निरीक्षक मसौली से कहा कि यदि अभियुक्तों के परिवार में किसी के पास लाइसेस है तो उसे तुरंत निरस्त किया जाय।
पुत्र की मौत से टूटी बुढ़ापे की लाठी
मृतक हरिप्रसाद अविवाहित था तथा अपनी 70 वर्षीय वृद्ध माँ मीरा देवी के साथ ही रहता था। गुरुवार की रात्रि दबंगों के हमले मे बुरी तरह से घायल हरिप्रसाद की आज सुबह मृत्यु की सूचना पाते ही वृद्ध माँ मीरादेवी का रो-रो कर बुरा हाल है और बस एक ही रट लगाए हुए है कि अब मुझे बुढ़ापे मे कौन सहारा देगा।
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