Avanish Dixit: अवनीश और उसके सहयोगियों की संपत्तियों की जांच करेगा आयकर विभाग...पुलिस की टीमें ब्यौरा इकट्ठा करने में जुटी
अवनीश और उसके सहयोगियों की संपत्तियों की जांच करेगा आयकर विभाग
कानपुर, अमृत विचार। शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में 1700 करोड़ रुपये की नजूल की बेशकीमती जमीन को कब्जा करने के प्रयास में पूर्व प्रेस क्लब के अध्यक्ष अवनीश दीक्षित की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
पुलिस अवनीश और उसके सहयोगियों की अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों की जांच आयकर विभाग से कराने में जुट गई है। आरोपियों की संपत्तियों का ब्यौरा पुलिस इकट्ठा कर रही है। इसकी एक पूरी रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जाएगी।
28 जुलाई रविवार को कानपुर के पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित ने अपने साथियों के साथ मिलकर सिविल लाइंस स्थित नजूल की करोड़ों रुपये जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था। मामले में लेखपाल विपिन कुमार और जमीन पर काबिज सैमुअल गुरुदेव सिंह ने तहरीर देकर कोतवाली थाने में अलग-अलग दो एफआईआर संगीन धाराओं में दर्ज कराई थी।
जिसमें अवनीश दीक्षित, हरेंद्र मसीह, राहुल वर्मा, मौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, अर्पण एरियल, जीतेश झा, मोहित बाजपेई, संदीप, विक्की चार्ल्स, अब्बास, जितेंद्र व 20 अज्ञात को आरोपी बनाया गया था। इस गंभीर मामले में अवनीश दीक्षित जेल में बंद हैं। रविवार के बाद से अफसरों के पास तहरीर पहुंचने के बाद एक के बाद एक एफआईआर अवनीश दीक्षित और उसके सहयोगियों पर दर्ज की जा रही है। इस मामले में अफसर लगातार पल-पल की मानीटरिंग कर रहे हैं।
जिसके बाद अब यह सामने आया है, कि अवनीश और उसके सहयोगियों के द्वारा अवैध रुप से अर्जित की गई संपत्तियों का ब्यौरा पुलिस इकट्ठा कर रही है। ऐसे में पुलिस की तीन टीमें अवनीश और उनके सहयोगियों की संपत्तियां एकत्रित करने में जुट गई हैं। पुलिस अधिकारी जल्द ही शासन को रिपोर्ट भेजकर आयकर विभाग से अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों की विस्तृत जांच कराने का अनुरोध करेंगे।
पुलिस ने इन संपत्ति के मालिकों की जानकारी कर ली है। पुलिस की टीमें इस बात की जानकारी कर रही हैं, कि आखिर ये संपत्तियां कैसे अवनीश दीक्षित से जुड़ी हैं। ये संपत्तियां कब खरीदी गईं और विक्रेता को जो धन चुकाया वह किस तरह और किसने चुकाया था।
अगर बैंक खाते से धन चुकाया गया तो बैंक खाता किसका था और अगर नकद धनराशि दी गई तो जिस व्यक्ति की संपत्ति है क्या उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी है कि वह उस संपत्ति को खरीद सकता। पुलिस अधिकारी इन सभी संपत्तियों को आयकर विभाग से जांच कराने की तैयारी कर रहा है। लेकिन जांच में जाने से पहले पुलिस अधिकारी वह सभी साक्ष्य जुटा लेना चाहता है।
सात से अधिक संपत्तियों की हुई जानकारी
पुलिस की तीन टीमें संपत्तियों की जांच में जुटी है। पुलिस जेल में बंद अवनीश दीक्षित व उसके फरार साथियों की संपत्तियों में से अब तक सात से अधिक संपत्तियों की जानकारी हो चुकी है और उसने इनकी सूची भी बनाई है। सूत्रों ने बताया कि ये संपत्तियां अवनीश के नाम पर ना होकर दूसरों के नाम पर हैं। सूत्रों ने बताया कि अवनीश इन संपत्तियों को अपने नाम की जगह अपने करीबियों के नाम से खरीदा है। जिसकी तेजी से जांच की जा रही है।