पीलीभीत: चौदह लाख लेने के बाद भी नहीं भेजा टैंट, मध्यप्रदेश के टेंट कारोबारी पर एफआईआर
पीलीभीत, अमृत विचार। एसपी के आदेश पर सुनगढ़ी पुलिस ने मोहल्ला डोरीलाल के रहने वाले नीलेश चतुर्वेदी की ओर से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें मध्यप्रदेश के सागर जिले के केशवगंज वार्ड निवासी वीरेंद्र साहू को आरोपी बनाया है।
दर्ज की गई रिपोर्ट में नीलेश चतुर्वेदी ने बताया कि वह ज्वालामुखी चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक हैं। ट्रस्ट के तत्वावधान में 11 से 17 नवंबर 2024 तक कथावाचक पंडित प्रदीप मिा की ग्राम रुपपुर कृपा में श्री शिवमहापुराण कथा होना प्रस्तावित थी। जिसकी प्रशासनिक अनुमति समेत अन्य सारी व्यवस्थाएं ट्रस्ट के माध्यम से की जा चुकी थी। आयोजन में लगने वाले एलम्यूनियम डोम समेत सभी टैंट का काम आरोपी वीेरंद्र साहू को दिया गया था। 17 अक्टूबर को वीरेंद्र पीलीभीत आए थे। उनके रुकने की व्यवस्था ट्रस्ट ने सुनगढ़ी थाने के पास एक होटल में की थी। कथास्थल को देखने के बाद 75 लाख रुपये का टैंट लगने का लगाने का मय लेबर स्टीमेट सौंपा था। इसमें कई गवाहों के सामने दस लाख रुपये बतौर बुकिंग दे दिए। पांच नवंबर को खाते में चार लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। आरोप है कि 14 लाख रुपये लेने के बाद भी टैंट नहीं भेजा। कई बार रुपये वापस मांगे लेकिन नहीं दिए। इसके बाद लीगल नोटिस अधिवक्ता के माध्यम से दिया। पता लगत होने की रिपोर्ट लगते हुए नोटिस वापस आ गया। सुनगढ़ी पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना में जुट गई है।
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