बाराबंकी: समय पर नहीं मिल रहा भोजन, भूखे पेट ट्रेनिंग ले रहे बच्चे
प्रशिक्षण देने के नाम पर बच्चों ने खानापूर्ति करने का लगाया आरोप, पं दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत चल रहा केंद्र
सतरिख/ बाराबंकी, अमृत विचार। पंडित दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण ले रहे बच्चों को भूखे पेट ही ट्रेनिंग लेना पड़ रहा है। जिसके चलते कुछ बच्चे घर वापस चले गए हैं। प्रबंधन पर समय से भोजन नहीं देने का आरोप लगाया है। प्रशिक्षण देने के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है।
सतरिख स्थिति पंडित दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रिटेल मार्केटिंग का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण केंद्र सतरिख थाने के निकट संचालित हो रहा है। लाइफ केयर स्किल नामक एक संस्था इसे संचालित कर रही है। प्रबंधन के कंधे पर आवास और भोजन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी है। प्रशिक्षण ले रहे बच्चों ने समय पर भोजन और मेनू के अनुसार खाना नहीं देने का आरोप लगाया है। इस बात से नाराज लगभग एक दर्जन बच्चों को छात्रावास से घर खाना खाने के लिए जाना पड़ रहा है। जिस वजह से बच्चों को काफी परेशानी हो रही है और प्रशिक्षण लेने में अड़चन आ रही है।
बच्चों का कहना है कि भूखे रहने से अच्छा है हम अपने घर लौट जाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हम लोग जहां रहते हैं, वहां पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। इस कारण शौचालय की व्यवस्था भी लचर हो गई है। पानी लेने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। जगह जगह गंदगी की भरमार है। बरसात के कारण छात्रावास के आसपास बड़ी-बड़ी झाड़ी उगी हुई हैं। कई बार जीव जंतु भी निकल चुके हैं। जान का खतरा बना हुआ है। उसके बाद भी आज तक साफ सफाई नहीं कराई गई। प्रशिक्षण केंद्र में अव्यवस्थाओं का बोलबाला मचा हुआ है। बच्चो ने कहा है कि अधिकांश कंप्यूटर खराब हैं। बच्चों को बीमार होने पर दवाई का प्रबंध बाहर से ही करना पड़ता है।
वर्जन-
प्रशिक्षण केंद्र में जो भी कमियां हैं, टीम बनाकर उसकी जांच की जाएगी। जांच के बाद शिकायत सही मिलने पर प्रशिक्षण केंद्र को संचालित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-आशुतोष कुमार सिंह, प्रधानाचार्य, आईटीआई बाराबंकी/ नोडल अधिकारी
ये भी पढ़ें -इंदिरा, राजीव पर अमित मालवीय की टिप्पणी का भाजपा ने किया बचाव, कांग्रेस ने उठाई बर्खास्तगी की मांग