कासगंज: खतरे में देश के भविष्य! बिना फायर एनओसी के चल रहे स्कूल, प्रशासन मौन

कासगंज: खतरे में देश के भविष्य! बिना फायर एनओसी के चल रहे स्कूल, प्रशासन मौन
शारदा जौहरी नगर पालिका कन्या महाविद्यालय में नहीं हैं अग्निशमन उपकरण।

कासगंज, अमृत विचार। विभिन्न क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसके बावजूद स्कूलों में आग की घटनाओं से बचने के लिए कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। इसमें सरकारी सहित निजी स्कूल भी शामिल हैं। जिसमें सबसे ज्यादा सरकारी स्कूल शामिल हैं। जहां पर प्राथमिक व माध्यमिक और इंटर कॉलेज में आगजनी जैसी घटनाओं से बचने के लिए स्कूल भवन में कोई भी इंतजाम नहीं। वहीं कुछ स्कूलों में गिने चुने दमकल यंत्र लगे हुए हैं।

जिले में सरकारी से लेकर निजी विद्यालयों को खोलने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से आग की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। विभाग के अधिकारियों ने बिना फायर सेफ्टी के स्कूलों को संचालन की मान्यता दे दी है। केवल शपथ पत्र में उपकरण भराकर स्कूलों का संचालन शुरू करा दिया है और शिक्षा विभाग की ओर से लगातार लापरवाही बरती जा रही है।

जिले में कक्षा एक से लेकर 12वीं तक 273 सरकारी अर्ध सरकारी और निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं, जबकि 1263 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन में बिना अग्निशमन विभाग से फायर एनओसी लिए ही पढ़ाई हो रही है। काफी स्कूलों में शिक्षा विभाग की ओर से लिया गया शपथ पत्र के उपकरण भी नहीं लगे हैं।  इसके अलावा कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जिन्होंने जालसाजी से एनओसी तैयार कराकर मान्यता ले ली। वहीं इस मामले में प्रशासन भी चुप है।

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शहर के बारहपत्थर स्थित फायर ब्रिगेड कार्यालय में खडे दमकल के वाहन।

मॉक ड्रिल की हो रहीं औपचारिकताएं
जिले में समय-समय पर फायर विभाग की ओर से स्कूल में आपदा से निपटने के गुर विद्यार्थियों को सिखाए जाते हैं। जिसमें विद्यार्थियों को आगजनी जैसी घटनाओं के दौरान अपनी और दूसरों की सुरक्षा को लेकर भी जानकारी प्रदान की जाती है। जिसमें कई सरकारी और निजी स्कूलों में आग से निपटने के उपकरण न होने के कारण दमकल विभाग अपने उपकरण ले जाकर वहां पर विद्यार्थियों को आग पर काबू पाने वाले उपकरणों को चलाना सिखाता है। हैरानी की बात तो यह है कि स्कूल में इस तरह के उपकरण न होने के कारण विद्यार्थी आग लगने के दौरान किसका प्रयोग करेंगे। 

जिले में सीबीएसई बोर्ड के दो चार कॉलेज हैं, उनमें जरूर अग्निशमन के उपकरण हैं, अन्यथा किसी भी स्कूल संचालक के पास फायर एनओसी नहीं है और बिना सुरक्षा इंतजामों के स्कूलों का संचालन हो रहा है। शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। -आरके तिवारी, अग्निशमन अधिकारी

बिना अग्निशमन विभाग की एनओसी के मान्यता नहीं दी जा सकती हैं। अग्निशमन विभाग के इंटर काँलेज और विद्यालयों में अग्निशमन यंत्र हैं, या नहीं है। उनका रिन्यूअल हुआ है या नहीं इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। जिन संचालकों ने रिन्यूअल नहीं कराया और न ही उपकरण लगे हैं, उनके लिए लगाने के आदेश दिए जा रहे हैं। -पीके मौर्य, डीआईओएस

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