Kanpur: जुलाई के पहले सप्ताह से चांद के अनुसार मोहर्रम का आगाज; इमामबाड़ों के पास कब्जे, जुलूस के रास्तों में गड्ढे

Kanpur: जुलाई के पहले सप्ताह से चांद के अनुसार मोहर्रम का आगाज; इमामबाड़ों के पास कब्जे, जुलूस के रास्तों में गड्ढे

कानपुर, अमृत विचार। करबला के मैदान में शहीद हुये पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की याद में मोहर्रम मनाया जायेगा। जिसकी शुरुआत जुलाई के पहले सप्ताह में होगी लेकिन कई इमामबाड़ों के आसपास गंदगी, अतिक्रमण है।

भन्नानापुरवा में केबिल के लिए खोदा गया गड्ढा वैसे ही हादसों को दावत दे रहा है। फजलगंज से उठने वाला मोहर्रम का जुलूस इसी रास्ते से जाता है। हुसैनी फेडरेशन के प्रवक्ता डॉ. जुल्फिकार अली रिजवी ने बताया कि मोहर्रम की पहली तारीख से 9 मुहर्रम तक शहर के 9 बड़े जुलूस इमाम हुसैन की याद में निकाले जाते हैं। 

पहली मोहर्रम को दो जुलूस निकलेंगे। पहला नवाब हैदर अली खां का अलम का जुलूस इमाम बारगाह आगामीर ग्वालटोली से और दूसरा जुलूस नवाब दुल्हा पटापुर महल से व प्रयाग नारायण शिवाला से निकलेगा। दो मुहर्रम को बाबा बदर अली का अलम जुलूस बिसाती कब्रिस्तान कर्नेलगंज से निकलेगा। 

तीन मुहर्रम को आशिक अली का जुलूसे आलम फलू वाली गली सादिक शाह बाबा की मजार से उठेगा। चार मुहर्रम को हामिद का अलम जुलूस नई सड़क से इस्माईल का जुलस झूला पार्क खलासी लाइन से निकलेगा। पांच मुहर्रम को शाह बिरादरान (जोगियों) के अलम का जुलूस शौकत अली पार्क कर्नेलगंज से व मटरू का जुलूस नीली पोश रोड कर्नेलगुज से निकलेगा। 

छः मुहर्रम को रायनी बिरादरी का अलम जुलूस परेड सब्जी बाजार से, अंजुमन फिरदौसिया जुलूस ए झूला अली असगर जामा मस्जिद मक़बरा ग्वालटोली से रात 8 बजे उठेगा। सात मुहर्रम को मेंहदी का जुलूस नवाब हैदर अली खां का इमाम बारगाह आगामीर मकबरा से दूसरा जुलूस रात 12.00 बजे हामिद की मेंहदी का जुलूस नई सड़क से व बाबूपुरवा से भी मेंहदी का जुलूस निकाला जायेगा। 

इसी दिन हाजी शेरा का अलम जुलूस चमनगंज गुलाब घोसी की मस्जिद की गली से निकलेगा। आठ मुहर्रम को नई सड़क छोटा बूचड़खाना से अलम जुलूस, अंजुमन जाफरिया का मन्नती अलम हजरत अब्बास ग्वाल टोली मक़बरा से रात 11 बजे निकलेगा। नौ मुहर्रम को कुली बाजार बड़ा बूचड़खाना से जुलूस उठाये जायेंगे। 

10 दस मुहर्रम यौमे आशुरा को पूरे शहर के मुस्लिम इलाकों से सैकड़ों जुलूस और हजारों ताजिये जरी के साथ लाखों श्रद्धालु और कासिदे हुसैन छोटी कर्बला ग्वालटोली और बड़ी कर्बला नवाबगंज पैगम्बरे इस्लाम के नवासे हज़रत इमाम हुसैन की बारगाह में पहुंचकर खिराजे अकीदत पेश करेंगे।

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