कासगंज: DM ने संचारी रोग नियंत्रण जनजागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

कासगंज: DM ने संचारी रोग नियंत्रण जनजागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

कासगंज, अमृत विचार। जिले में एक जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। पहले दिन जिलाधिकारी मेधा रुपम ने हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रैली को रवाना किया गया।

डीएम मेधा रुमप ने सभी विभागों को संचारी रोगों पर नियंत्रण हेतु आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जनमानस से संचारी रोगों के नियंत्रण के उपायों को अपनाने की अपील की। 

स्वस्थ्य व्यवहार अपनाना है, संचारी रोगों को हराना है। मच्छरों से बचाव के लिए दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवानें, नियमित मच्छरदानी का प्रयोग करनें, मच्छररोधी उपाय अपनाने, अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा न होने देंने, पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रखनें, पूरी बांह वाली कमीज पैन्ट और मोजे पहनें, घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें, कूलर व गमलों आदि को सप्ताह में खाली कर सुखाने एवं गड्ढों में जहां पानी इकट्ठा हो, उसे मिट्टी से भर देने आदि के प्रति जागरूक किया जायेगा। 

इसी प्रकार संक्रामक रोगों से बचाव के लिए नालियों में जल जमाव रोकने एवं नियमित सफाई करने, जानवर बाडे़ घर से दूर रखने, जंगली झाड़ियों को नियमित साफ करने, चूहे-छछूंदरों से बचने, पीने के लिए इण्डिया मार्का के पानी का प्रयोग करने, खाने से पहले साबुन से हथ धोने, खुले में शौच न करने तथा नियमित शौचालय का प्रयोग करने आदि के प्रति जागरूक किया जायेगा। 

दस्तक अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई 2024 तक संचालित किया जायेगा। दस्तक अभियान के अन्तर्गत आशा कार्यकत्री हर घर का भ्रमण कर संचारी रोगों से बचाव तथा इसके लक्षणों एवं उपचार सुविधाओं के प्रति जागरूक करेंगी। इसके साथ ही डेंगू फाइलेरिया, मलेरिया, दिमागी बुखार एवं क्षय रोग के लक्षणयुक्त रोगियों की खोज कर जांच एवं उपचार के लिए सूची बनायेंगी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस विभाग, डब्लूएचओ एवं नगर पालिका कर्मचारी इत्यादि मौजूद रहे।

 दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए करें ये उपाए-
. जेई के टीके 02 वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण सत्र में लगवायें।
. घरों के आस-पास साफ-सफाई रखें।
. मच्छरो से बचने के लिए पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें।
. स्वच्छ पेयजल ही पियें।
. आस-पास जल जमाव न होने दें।
. कुपोषित बच्चों को प्रति विशेष ध्यान रखें।
. बुखार होने पर बच्चों को बिना किसी देरी के उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जायें।

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