टनकपुर: मलबा आने से दो घंटे बंद रहा टनकपुर- चम्पावत एनएच  

टनकपुर: मलबा आने से दो घंटे बंद रहा टनकपुर- चम्पावत एनएच  

टनकपुर, अमृत विचार। चम्पावत जिले के पहाड़ी क्षेत्रों और मैदानी क्षेत्र टनकपुर व बनबसा में रुक-रुक कर हो रही भारी बरसात से जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है। टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को 2 घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। जिसके कारण पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र को आने-जाने वाले यात्रियों को काफी दुश्वारी झेलनी पड़ी। भारी बारिश के कारण चम्पावत जिले में लगभग 10 सड़कें बंद हो गई है। वहीं बाटनागाड़ के पास आवाजाही अवरुद्ध होने से पूर्णागिरि धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की राह करीब डेढ़ घंटे तक बाधित रही।   

आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह चम्पावत से 22 किलोमीटर दूर स्वांला में 2 बार ( 6.05 बजे से 7 बजे और सुबह 8.10 बजे से  9.09 बजे तक) 1 घंटे 54 मिनट बंद रहा। सड़क बंद होने से काफी वाहन फंसे रहे। इस वजह से लोगों को दुश्वारी का सामना करना पड़ा।

एनएच खंड ने जेसीबी से मलबा हटा सड़क को आवाजाही के लिए खुलवाया। वहीं मलबा आने, पेड़ गिरने सहित अन्य वजहों से  जिले की 10 सड़कें भी बंद हैं। वहीं पूर्णागिरि मार्ग के बाबलीगाड़ के पास बड़ा पेड़ गिर जाने से मार्ग बाधित रहा साथ बिजली आपूर्ति भी ठप रही। इधर यूपीसीएल के चम्पावत डिवीजन के अधिशासी अभियंता बेगराज सिंह का कहना है कि लाइन और खंभों में पेड़ गिरने से कुछ जगह बिजली आपूर्ति प्रभावित है। खामी को दूर कर जल्द आपूर्ति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।  

टनकपुर व बनबसा में जगह-जगह जलभराव 
भारी बारिश के कारण जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा के कई स्थानों पर जल भराव हो जाने से लोगों की समस्या भी बढ़ गई है। कई स्थानों पर जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित न किए जाने से लोग परेशान है। जल भराव होने से टनकपुर पीलीभीत चुंगी, रोडवेज वर्कशॉप के अलावा कई  गांव में जल भराव की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि क्षेत्र में हो रही है बारिश जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों  की धान की हो रही रोपाई  के लिए फायदेमंद बताई जा रही है। इस समय यहां धान की रोपाई जोर-शोर से चल रही है।

बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ
बुधवार सुबह से जिले के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। बारिश के चलते जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं काश्तकारों के भी चेहरे खिल उठे हैं। बुधवार को हुई बारिश के चलते हुड्डी नदी और शारदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को शारदा नदी का जलस्तर बढ़ाकर 70 क्यूसेक तक पहुंच गया है।