कासगंज: खतरे की रफ्तार...रेलवे ट्रैक की मजबूती के लिए डाली गई मिट्टी बारिश के पानी में धंसी, जोखिम में ट्रेन यात्रियों की जान

कासगंज: खतरे की रफ्तार...रेलवे ट्रैक की मजबूती के लिए डाली गई मिट्टी बारिश के पानी में धंसी, जोखिम में ट्रेन यात्रियों की जान

कासगंज, अमृत विचार। रेलवे के पास निगरानी के लिए कर्मचारियों की लंबी फौज है, लेकिन इसके बाद भी यात्रियों की जान जोखिम में रहे तो फिर इसे लापरवाही ही कहा जाएगा। तभी तो खतरे के बीच ट्रेन यात्रियों को जोखिम भरा सफर करना पड़ा। 

कासगंज- बरेली ट्रैक पर आवास विकास कॉलोनी के समीप ट्रैक को मजबूत बनाने के लिए डाली गई मिट्टी बारिश के पानी में धंस गई। साथ ही पत्थर भी बहने लगे, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया और लगभग आधा दर्जन ट्रेन एवं मालगाड़ी गुजर गई। देर शाम जब लोगों ने मामला अधिकारियों के संज्ञान में दिया तब जाकर काम शुरू हुआ।

रविवार को तेज बारिश हुई। झमाझम बारिश के बाद कई जगह मुश्किल है बढ़ गई। उसके बाद रेलवे ट्रैक पर भी बारिश का असर दिखाई दिया। सोमवार को बूंदाबांदी हुई, फिर रिमझिम बारिश भी कुछ स्थानों पर हुई तो फिर इसका पूरा प्रभाव रेलवे ट्रैक पर दिखाई दिया। कासगंज से बरेली के बीच बना रेलवे ट्रैक कमजोर होने लगा। 

यहां आवास विकास कॉलोनी के समीप रेलवे ट्रैक को मजबूत बनाने के लिए डाली गई मिट्टी बारिश के पानी के साथ ही ढह गई और इस मिट्टी के ढहने के बाद बनी नालियों से पत्थर भी बहने लगे। इस ट्रैक पर सुपरफास्ट, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन रफ्तार भरती हैं। ट्रैक की मिट्टी ढहने के बाद यह ट्रेन रफ्तार भरती रहीं। साथ ही मालगाड़ी भी दौड़ती रहीं, लेकिन किसी का कोई ध्यान नहीं गया और ट्रैक की मिट्टी बराबर ढहती रही। 

आवास विकास कॉलोनी के पास लोगों ने जब यह दृश्य देखा तो वह चिंतित हुए और उन्होंने समीप में ही केबिन मैन को इसकी जानकारी दी। केबिन मैन ने तत्काल रेलवे के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। उसके बाद अधिकारियों ने टीम को मौके पर भेजा। जेसीबी लगाकर फिर से ट्रैक किनारे मिट्टी की मजबूत परत तैयार कराई गई, जिससे कि ट्रैक कहीं धंस न जाए। हालांकि, इस खतरे भरे ट्रैक से कई ट्रेन में जब गुजर गई और लोगों को पता चला तो उनकी धड़कन बढ़ गई। लोगों का कहना था कि ईश्वर न करें कहीं कोई हादसा हो जाता तो रेलवे जवाब न दे पाता। 

ट्रैक किनारे भरा है पानी 
कासगंज बरेली रेलवे ट्रैक के किनारे आवास विकास कॉलोनी के समीप एक लंबे क्षेत्र में पानी भरा हुआ है। जो मिट्टी की परत को कमजोर कर रहा है और मिट्टी की कमजोर परत पानी में गिर रही है। उसके साथ ही रेलवे ट्रैक पर डाले गए पत्थर भी मिट्टी के साथ पानी में गिर रहे हैं, लेकिन अब रेलवे के कर्मचारियों ने निगरानी तेज कर दी है।

बरसात में अक्सर इस तरह की समस्या हो जाती है। धंस मिट्टी जाती है, लेकिन कड़ी निगरानी रेलवे की टीमें करती हैं। सभी ट्रैकों की कड़ी निगरानी चल रही है। जहां भी मिट्टी धसने या गिट्टी धंसने की जानकारी मिलती है तत्काल टीम मौके पर पहुंचकर वहां कार्य करती है।-राजेंद्र सिंह, पीआरओ रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल

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