अल्मोड़ा में मलबा आने से स्टेट हाईवे समेत छह सड़कें बंद

अल्मोड़ा में मलबा आने से स्टेट हाईवे समेत छह सड़कें बंद

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जुलाई शुरुआती दिनों में मौसम का मिजाज पल-पल बदल रहा है। बीते मंगलवार देर रात से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते मलबा आने से जिले के आधा दर्जन मार्गों में यातायात ठप पड़ गया। जिस कारण लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि बंद मार्गों को खोलने के लिए प्रशासन की ओर से जेसीबी तैनाती कर दी गई।

बुधवार को भी दिन भर बादलों के जमवाड़े के बीच झमाझम बारिश हुई। भारी बारिश के बीच जिले में एक स्टेट हाइवे और पांच ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं, जिन्हें खुलवाने के लिए जेसीबी भेजी गई हैं। स्टेट हाइवे 57 काफलीखान भनोली मलबा आने से बंद हो गया है। वहीं अल्मोड़ा सहित सल्ट और लमगड़ा क्षेत्र की कुल पांच ग्रामीण सड़कें भी मलबा आने से अवरुद्ध हो गई हैं।

इन ग्रामीण सड़कों में सल्ट की चमकाना-अधथात और पेसिया-मल्ला गड़कोट सहित अल्मोड़ा की सदर-सकनाणा, दशोल मेल्टा व लमगड़ा की जैंती-नाया-संग्रोली सड़कों में भारी मलबा आने से वो बंद रही। आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी भेज दी गई हैं। सड़कों को खोलने का कार्य किया जा रहा है। उधर, जिले के चौखुटिया, दन्या आदि इलाकों में भी भारी के चलते लोगों की दुकानों और घरों में मलबा घुस गया।

राजपुरा में बारिश से आवासीय मकान की छत गिरी
जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में बुधवार दिन भर भारी बारिश से जीवन अस्त व्यस्त रहा। इस दौरान नगर के राजपुरा मोहल्ले में एक बंद पड़े पुराना आवासीय मकान की छत भरभराकर गिर गई। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुई। इधर, प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज संगठन के जिलाध्यक्ष अमरेश पवार ने पालिका के अंतर्गत पर्यावरण मित्रों के भवनों को सुधारीकरण करने और मुआवजा देने की मांग की।
 
स्कूलों में अवकाश को लेकर रहा असमंजस
 जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग में तालमेल की कमी दिखाई दी. भारी बारिश को देखते हुए डीएम ने स्कूलों में छुट्टी तो घोषित कर दी, लेकिन सुबह देर से आदेश स्कूलों को भेजा गया। इससे कई छात्र स्कूल पहुंच गए थे। कुछ छात्र घर से स्कूल को निकल गए थे, ऐसे में छात्रों और अभिभावकों दोनों को फजीहत झेलनी पड़ी।