Exclusive: कानपुर के भीतर वाहनों के दबाव से कराह रही जीटी रोड, रिपोर्ट में प्रतिदिन इतने हजार पीसीयू का लोड आया सामने

Exclusive: कानपुर के भीतर वाहनों के दबाव से कराह रही जीटी रोड, रिपोर्ट में प्रतिदिन इतने हजार पीसीयू का लोड आया सामने

कानपुर, अभिनव मिश्र। जीटी रोड पर शहर के भीतर वाहनों का दबाव मानक से काफी ज्यादा है। इस भारी ट्रैफिक लोड के कारण ही जीटी रोड के समानांतर दौड़ रहे फर्रुखाबाद रेल रूट पर स्थित क्रासिंग बंद किए जाते ही लंबा जाम लग जाता है। जीटी रोड पर यातायात दबाव का यह आंकड़ा एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से कराए गए सर्वेक्षण में सामने आया है। विभागीय अभियंताओं का कहना है कि भारी ट्रैफिक लोड के बिंदु को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में शामिल किया जाएगा।  

रामादेवी से गोल चौराहे तक प्रस्तावित 10.85 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाने के लिए सर्वे किया गया है। एलिवेटेड रोड के लिए रामादेवी, टाटमिल चौराहे पर एक्सल लोड सर्वे, ग्राउंड पेनिट्रेशन रडार (जीपीआर) सर्वे, ओरिजिन डेस्टीनेशन सर्वे (ओडी) हैदराबाद की हेक्सा कंपनी ने किया था। इसके साथ ही कंसल्टेंट कंपनी ने जीटी रोड पर सुबह, दोपहर व शाम के समय ट्रैफिक लोड देखने के लिए रामादेवी, टाटमिल, जरीबचौकी व गोल चौराहे पर चार कैमरे लगाए हैं। 

इस प्रक्रिया में यह भी देखा जा रहा है कि  लिंक रोड से सबसे ज्यादा ट्रैफिक किस सड़क से आता है। कंसल्टेंट कंपनी की टीम सभी आंकड़ों का विश्लेषण कर रही है। जीटी रोड पर स्थित चौराहों पर सप्ताह भर की निगरानी के बाद सामने आई रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली मानी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक जीटी रोड पर औसतन 63250 पीसीयू (पैसेंजर कार यूनिट) का रोज दबाव रहता है। 

यह आंकड़ा ट्रैफिक डैनिसिटी (यातायात घनत्व) मानक से बहुत अधिक है। इसके साथ ही रात में नो एंट्री खुलने पर जीटी रोड पर एक्सल लोड में बढ़ोत्तरी होती है। अब ट्रैफिक डैनिसिटी को डीपीआर में शामिल किया जा रहा है। ट्रैफिक लोड को देखते हुए पीडब्ल्यूडी के अभियंता ट्रैफिक अधिकारियों के साथ बैठक करके निर्माण के दौरान होने वाले डायवर्जन की भी रूपरेखा बनाएंगे। 

जीटी रोड पर सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक 63,250 पीसीयू ट्रैफिक लोड पाया गया है, जो कि बहुत अधिक है। सड़क पर ट्रैफिक का दबाव देखते हुए डीपीआर तैयार की जाएगी। निर्माण के दौरान लंबे समय के लिए ट्रैफिक डायवर्जन करना पड़ेगा। इन बिंदुओं पर ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ  चर्चा की जाएगी। फिलहाल सभी बिंदुओं को जांचा और परखा जा रहा है। - अरुण कुमार जयंत, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, एनएच

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