Kanpur में झमाझम बारिश...सीसामऊ नाला ओवरफ्लो, पूरे शहर में हुआ जलभराव, नगर निगम की नाला सफाई की खुली पोल

सात करोड़ रुपये से शहर में हुई नाला सफाई, कागजों में 90 फीसदी पूरी

Kanpur में झमाझम बारिश...सीसामऊ नाला ओवरफ्लो, पूरे शहर में हुआ जलभराव, नगर निगम की नाला सफाई की खुली पोल

कानपुर, अमृत विचार। बुधवार दोपहर बाद शहर में हुई प्री-मानसून की पहली झमाझम बारिश में कई मौहल्ले जलमग्न हो गये। जिसने नगर निगम की ओर से की गई नाला सफाई की पोल खोलकर रख दी। बरसात के चलते सीसामऊ नाला ओवरफ्लो हो गया। जिससे ग्वालटोली थाने जाने वाले मार्ग पर दो घंटे आवागमन प्रभावित रहा।

मोतीझील के आस-पास, चमनगंज, पीरोड, मरियमपुर, बजरिया, गोविंद नगर, परमपुरवा, साकेत नगर समेत अधिकतर मौहल्लों में संपर्क और मुख्य मार्गों पर जलभराव हुआ। नाला सफाई में की गई लापरवाही की वजह से पानी निकलने में दो घंटे से ज्यादा समय लग गया। वहीं, गलीपिट जाम होने की वजह से फुटपाथ भी भरे रहे।  

नगर निगम ने अभियंत्रण विभाग के 224 बड़े नालों की सफाई में पांच करोड़ 11 लाख रुपये खर्च किए गये। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के 1209 छोटे नालों को साफ करने के लिये भी 2 करोड़ रुपये खर्च हुये। नगर निगम के अनुसार 90 फीसदी नाला सफाई पूरी हो गई। स्वास्थ्य विभाग के नालों को साफ करने में अतिक्रमण बाधा बना हुआ है जिसको महापौर प्रमिला पांडेय हटवाने का अभियान चला रही हैं।

अभियंता द्वारा नाला सफाई की झूठी रिपोर्ट पेश करने के बाद सड़कों पर उतरी महापौर ने नाला सफाई की हकीकत देखी तो वह भी चौंक गईं। इस बीच बुधवार दोपहर ढ़ाई बजे के बाद अचानक आसमान में काले बादल छा गये। जो देखते ही देखते बरसने लगे। तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश के बीच मौसम सुआवना हो गया।

शहर के अंदर उत्तर और दक्षिण क्षेत्र में झमाझम बारिश की वजह से जलजमाव होने लगा। छोटे-बड़े नालों से होता हुआ बारिश का पानी जब बड़े नालों में पहुंचा तो यह भी ओवरफ्लो हो गये। सीसामऊ नाला तो ओवरफ्लो होकर बहने लगा। जिससे मुख्य मार्ग पर लोग गिरते पड़ते निकले। दो घंटे की बारिश में जगह-जगह हुये जलभराव ने नाला सफाई की हकीकत सामने ला दी। नगर निगम अभियंताओं और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से जनता के करोड़ों रुपये पहली बारिश में नाले में बह गये। 

सिल्ट भी पानी के साथ नाले में सफाई

नगर निगम एक ओर से सफाई कर रहा है दूसरी ओर बुधवार को हुई झमाझम बारिश की वजह से नाले से बाहर निकाली गई सिल्ट पानी के साथ दोबारा नाले में बह गई। पांडुनगर, शास्त्री नगर, काकादेव, कल्याणपुर, मसवानपुर, पनकी समेत दक्षिण के कई मौहल्लों में नाला सफाई के दौरान बाहर निकाली गई सिल्ट दोबारा बह गई। 

बाहरी क्षेत्रों से रूठे रहे बादल

बुधवार को हुई तेज बारिश शहर के भीतरी इलाकों तक ही सीमित रही। कल्याणपुर, सचेंडी, घाटमपुर, चौबेपुर में सिर्फ बूंदाबांदी हुई। घने बादल छाए रहे, लेकिन तेज बारिश नहीं हुई। 

इन इलाकों में भी हुआ जलभराव

जूही खलवा पुल, मरियमपुर, अशोक नगर, जेके मंदिर रोड, सर्वोदय नगर, बनपुरवा, मेहरबान सिंह पुरवा, मायापुरम, बर्रा-8 कच्ची बस्ती, गुजैनी, पनकी इलाकों में पानी भरा है। वहीं, मोतीझील में गुरुगोविंद सिंह द्वार, केडीए वीसी और महापौर गेस्ट हाउस के बाहर भी पानी देर शाम तक नहीं निकला। अंबा नर्सिंग होम के बाहर सिविल लाइंस, रागेंद्र स्वरूप होते हुये वीआईपी रोड पर जगह-जगह पानी भर गया। घंटाघर में स्टेशन रोड पर भी जलभराव के बीच राहगीर निकलते रहे। नई सड़क चुन्नीगंज में उखड़ गई, लाल इमली साइकिल मार्केट में दुकानों में पानी भर गया, कोपरगंज में बारिश से सड़क कट गई। जीटी रोड पर भी जगह-जगह फुटपाथ पर पानी भरा रहा।

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