बरेली: घर के सामने रेल लाइन और पीछे किला नदी, किधर से जाएं साहब...

बरेली: घर के सामने रेल लाइन और पीछे किला नदी, किधर से जाएं साहब...

बरेली, अमृत विचार: अलखनाथ मंदिर के पास रेलवे ने अपनी जमीन को कब्जे में ले लिया है। इसकी वजह से मुरावपुरा को जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। इससे करीब पांच सौ घरों में रहने वाले लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। इससे नाराज लोगों का कहना है कि घर के सामने रेल लाइन है और पीछे किला नदी है। ऐसे में वह लोग कहां से जाएं। उनका कहना है कि मोहल्ला पहले से बसा है, जबकि रेलवे लाइन बाद में डाली गई।

वार्ड नंबर 42 में मुरावपुरा मोहल्ला है, जो रेल लाइन और किला नदी के बीच में बसा हुआ है। यहां की आबादी करीब 25 सौ है। सोमवार की सुबह रेल लाइन पार कर जाने वाले रास्ते को रेलवे ने गाटर लगाकर बंद कर दिया। इससे नाराज लोगों ने विरोध किया। लोगों ने बताया कि एक यही रास्ता था, जिससे लोगों का आना जाना होता था। अब वह किधर जाएंगे, क्योंकि एक तरफ किला नदी है तो दूसरी तरफ रेल लाइन है। यह रास्ता काफी पुराना है। एक बार ऐसे ही हुआ था तो जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी गई थी। इसकी शिकायत रेलवे के अधिकारी से भी की गई है।

यहां पर गर्डर लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है। अब किस रास्ते हम लोग जाएंगे, क्योंकि एक तरफ नदी है तो दूसरी ओर रेल लाइन है-प्रेम कुमार

अचानक से रास्ता लोहे का गर्डर लगाकर बंद करना गलत है। इसी रास्ते हम ठेला लेकर आते जाते थे। रास्ता दोबारा खोलने के लिए रेलवे को विचार करना चाहिए- अनिल कुमार

कई पीढ़ी से हम लोगों इसी रास्ते से आते-जाते थे लेकिन अचानक बंद कर दिया गया है। फिर से रास्ता खुलना चाहिए। इसके लिए हम लोग रेलवे के अधिकारियों से बात करेंगे- छेदा लाल

बुजुर्ग बताते हैं कि रेल लाइन बनने से पहले मोहल्ला बसा है। अचानक रास्ता बंद करना गलत है। सांसद को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी- चंद्रप्रकाश गुप्ता, पार्षद

अवैध रूप से रेलवे लाइन पर होने वाले आवागमन को रोका गया है। यह रास्ता नहीं है। अवैध रूप से लाइन पार करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी- राजेंद्र सिंह, पीआरओ इज्जतनगर रेल मंडल

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