बाराबंकी : अंत्योदय कार्ड धारकों को वितरित की गई चीनी में मिले यूरिया खाद के दाने

मामले ने पकड़ा तूल, सप्लाई इंस्पेक्टर को जांच करने के निर्देश

बाराबंकी : अंत्योदय कार्ड धारकों को वितरित की गई चीनी में मिले यूरिया खाद के दाने

रामनगर/ बाराबंकी: अमृत विचार। कोटेदार के द्वारा अंत्योदय कार्ड धारकों को वितरित की गई चीनी में यूरिया खाद मिलावट किए जाने का मामला सामने आया है। कार्डधारक उपभोक्ताओं के द्वारा हंगामा किए जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। जिला पूर्ति अधिकारी ने इस मामले में सप्लाई इंस्पेक्टर को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं।

मामला रामनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत नहामऊ का है। जहां घनश्याम गुप्ता के नाम सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान आवंटित हैं। कोटेदार के द्वारा गुरुवार को अंतोदय कार्ड धारक उपभोक्ताओं को चीनी वितरित की जा रही थी। उपभोक्ता चीनी लेकर जब घर पहुंचे तो उसमें यूरिया खाद के दाना दिखाई पड़े। जिससे लोग कोटेदार के यहां आकर हंगामा शुरू कर दिए और इसकी शिकायत जिला पूर्ति अधिकारी से की। कार्ड धारकों का कहना है कि कोटेदार की मनमानी चरम पर है। शक्कर में यूरिया खाद मिलाकर वह हम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। कार्ड धारकों ने कोटेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की।

जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। सप्लाई इंस्पेक्टर को जांच के लिए मौके पर भेजा गया है। कोटेदार को 1 कुंतल 80 किलो चीनी अंत्योदय कार्ड धारकों को बांटने के लिये दी गई थी। यह चीनी तीन सिली हुई बोरी में थी। इसके अलावा 30 किलो लूज मात्रा में दी गई। लूज चीनी में यूरिया के कुछ दाने देखे गये हैं। कुछ कार्ड धारकों को यह चीनी बांटी गई थी। जो वापस कर ली गई है। सप्लाई इंस्पेक्टर की जांच के बाद जो भी रिपोर्ट आएगी। उसके मुताबिक दोषी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस पूरे प्रकरण में उल्लेखनीय बात यह कि अभी तक कोटेदारों के द्वारा घटतौली किए जाने की शिकायते मिलती थीं, लेकिन यूरिया खाद की मिलावट अत्यंत गंभीर विषय है। आर्थिक लाभ के चलते गरीबों के स्वास्थ्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ कोटेदारों के द्वारा किया जा रहा है। उसके पीछे कहीं ना कहीं जिम्मेदार अधिकारियों की भी भूमिका संदेह के घेरे में है।

यह भी पढ़ें:- Hello! मैं CBI अधिकारी बोल रहा हूं, आप राजकुंदरा मनी लॉन्ड्रिंग में दोषी है..., लखनऊ के व्यासायी से ठगे 43 लाख