बाराबंकी: फार्मासिस्ट के सहारे पीएचसी, मरीज इलाज को जा रहे नौ किमी दूर

50 लाख से अधिक कीमत से बना था पीएचसी भवन

बाराबंकी: फार्मासिस्ट के सहारे पीएचसी, मरीज इलाज को जा रहे नौ किमी दूर

कोठी/बाराबंकी, अमृत विचार। 50 लाख से अधिक कीमत खर्च कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था। जिसका संचालन लगभग 3 वर्ष से किया जा रहा है लेकिन यहां पर वर्तमान कोई भी चिकित्सक नहीं है। मात्र एक फार्मासिस्ट तैनात हैं। जो यहां पर आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाखों रुपए खर्च कर सेमरावां में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाॅफ के निवास के लिए आवास भी बनाए गए थे। जो बेकार पड़े हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वर्तमान में यहां पर कोई भी चिकित्सक तैनात नहीं है। जो चिकित्सक थे, उनका तवाबदला हो चुका है। ऐसे में इस समय अस्पताल का संचालन केवल एक फार्मासिस्ट मोहम्मद शरीफ द्वारा किया जा रहा है। 

वहीं यहां आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, एक वार्डबॉय, एक लैब असिस्टेंट, एक एनएएम, एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक स्वीपर व चौकीदार की तैनाती होनी चाहिए। लेकिन इस पीएचसी का संचालन मात्र एक फार्मासिस्ट को तैनात कर किया रहा है।

9 किमी दूर मिलता है इलाज

जब इस पीएचसी का संचालन शुरू हुआ था तो मंगतपुर, मकनिकपुरवा, रहीमपुर, कटरा,  भूलभुलिया, मचपुरा, शाहपुर, बसंतपुर, कैसरगंज, मीरापुर और पकरिया सहित लगभग 40 गांव के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी कि अब बीमार होने पर इलाज करने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते उनकी उम्मीदों पर पानी फिर चुका है। क्योंकि बीमार होने पर उन्हें अभी भी लगभग 9 किलोमीटर दूर इलाज कराने के लिए या तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोठी या फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिद्धौर जाना पड़ता है। 

पीएचसी सेमरावां में तैनात चिकित्सक का तबादला लगभग 5 माह पूर्व हो गया था। जिले में नए चिकित्सक आने वाले हैं। जल्द ही यहां पर भी चिकित्सक की तैनाती कर दी जाएगी..., डा. अवधेश कुमार यादव, सीएमओ।

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