संभल: बदायूं के किसान ने व्यापारी के प्रतिष्ठान पर किया आत्मदाह का प्रयास, जानें वजह

जमीन के विवाद में उठाया आत्मघाती कदम, किसान के भाई ने व्यापारी से खरीदी थी साढ़े पांच बीघा जमीन

संभल: बदायूं के किसान ने व्यापारी के प्रतिष्ठान पर किया आत्मदाह का प्रयास, जानें वजह

संभल, अमृत विचार: सदर कोतवाली क्षेत्र में बदायूं जिले के किसान ने जमीन के विवाद के चलते व्यापारी के प्रतिष्ठान पर खुद पर डीजल डालकर आग लगाने का प्रयास किया। भाई और अन्य लोगों ने किसान को बचाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। घंटों तक चलते उपचार के बाद डॉक्टर ने गंभीर हालत में किसान को मुरादाबाद रेफर कर दिया।

जनपद बदायूं के थाना फैजगंज बहटा अंतर्गत गांव थानपुर निवासी ओमकार ने  2021 में संभल के आनंद विहार कॉलोनी निवासी व्यापारी हरिकिशन अग्रवाल से बदायूं के ही गांव नगला जैतपुर में 11 लाख रुपये में साढ़े पांच बीघा जमीन खरीदी थी। जमीन पर गेहूं की फसल खड़ी है लेकिन विवाद के चलते उसकी कटाई शुरू नहीं हो सकी है।

व्यापारी हरिकिशन अग्रवाल ने यही जमीन वर्ष 2014 में गांव नगला जैतपुर के नेमपाल से खरीदी थी लेकिन वर्ष 2021 में ओमकार को बेचने के बाद दाखिल खारिज नहीं हो सका।  दस्तावेजों में नेमपाल का नाम चला आ रहा है। जिसे लेकर मामला बिसौली में नायब तहसीलदार के यहां चल रहा है। शुक्रवार को सुबह ओमकार और उसका भाई मुकेश व्यापारी के हल्लू सराय तिराहा पर स्थित प्रतिष्ठान पर पहुंचे।

यहां मुकेश ने जमीन के विवाद के लेकर पहले बोतल से डीजल पीया और फिर शरीर पर उड़ेलकर आग लगाने का प्रयास किया। हालांकि ओमकार और अन्य लोगों ने मुकेश को रोक लिया। जिसके बाद मुकेश की हालत बिगड़ गई और तड़पने लगा। मौके पर भीड़ जुट गई तो सूचना मिलने पर कोतवाल पवन कुमार पुलिस बल के साथ पहुंच गए।

कोतवाल ने व्यापारी हरिकिशन अग्रवाल से मामले की जानकारी की तो उन्होंने कहा कि पूरे मामले में उनका कोई कसूर नहीं है। करीब छह साल तक दस्तावेज में उनके नाम पर ही जमीन रही लेकिन नायब तहसीलदार के स्तर से किसी तरह फिर से नेमपाल का चलने लगा। पुलिस ने मुकेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के बाद डॉक्टर ने मुकेश को रेफर कर दिया।

पुलिस पहुंची तो आ गए भाजपा नेता
किसान मुकेश द्वारा आत्मघाती कदम उठाने के बाद जैसे ही सूचना मिलने पर पुलिस व्यापारी के प्रतिष्ठान पर पहुंची तो भाजपा नेता कपिल सिंघल भी आ गए। कोतवाल ने व्यापारी को भी कोतवाली ले जाने के निर्देश पुलिस कर्मियों को दी। बाद में मामले को लेकर स्थिति साफ हुई। कोतवाल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर फोन करेंगे तो कोतवाली आना पड़ेगा। हालांकि व्यापारी और भाजपा नेता जिला अस्पताल भी पहुंचे। किसान मुकेश के इलाज को लेकर जानकारी की।

दूसरा पक्ष नहीं काटने दे रहा गेहूं फसल
किसान ओमकार का कहना रहा कि साढ़े पांच बीघा जमीन में गेहूं की फसल खड़ी है लेकिन दूसरा पक्ष फसल को नहीं काटने दे रहा है। चूंकि दस्तावेज में नेमपाल का नाम आ रहा है। हम इसमें क्या कर सकते हैं। जब व्यापारी को रुपये देकर जमीन खरीदी है तो फिर उस पर उगाई गई फसल को क्यों नहीं काटने दिया जा रहा।

लोगों की जुटी भीड़, समझा माजरा
किसान मुकेश व्यापारी के प्रतिष्ठान के बाहर ही तड़प रहा था। बहजोई मार्ग से गुजर रहे लोगों की नजर पड़ी तो कुछ ही मिनटों में भीड़ जुटने लगी। लोगों ने पूरा मामला समझा। इस बीच पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने मुकेश की हालत देखकर सबसे पहले उसे ई रिक्शा से जिला अस्पताल भिजवाया।

ये भी पढ़ें- संभल : चुनाव में लगी अनुबंधित बसें तो दिक्कतों से जूझ रहे यात्री, 40 में से महज पांच बसें ही मार्ग पर दौड़ रहीं