लोकसभा चुनाव 2024: राष्ट्र-धर्म और आतंकवाद के मुद्दे से बरेली की सियासत को साध गए अमित शाह

लोकसभा चुनाव 2024: राष्ट्र-धर्म और आतंकवाद के मुद्दे से बरेली की सियासत को साध गए अमित शाह

अनुपम सिंह, बरेली, अमृत विचार। गृहमंत्री अमित शाह का भाषण राष्ट्रवाद, आतंकवाद, राष्ट्र-धर्म, राम मंदिर और पाकिस्तान के घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहा। करीब 26 मिनट के संबोधन में उन्होंने सरकार की बड़ी उपलब्धियां गिनाने के साथ इंडिया गठबंधन पर भरपूर निशाना साधा और सपा-कांग्रेस पर चुन-चुनकर वार किए। हालांकि बसपा का एक बार भी नाम नहीं लिया।

गृहमंत्री ने भाजपा शासन से पहले यूपी में सपा के शासन की याद दिलाते हुए कहा कि तब यूपी दंगों की आग में जलता था। 2010 और 2012 में बरेली में हुए दंगों की भी उन्होंने याद दिलाई। कहा, बरेली में भीषण दंगा होने के बाद भी सपा और कांग्रेस वाले बरेली वालों के साथ खड़े नहीं हुए। यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद अपराधियों-गुंडों का पलायन होने की बात कहकर उन्होंने एहसास कराया कि अब लोग सुरक्षित हैं।

गृहमंत्री ने सपा और कांग्रेस को परिवारवाद की पार्टी करार देते हुए कहा कि यादव समाज मानता है कि अखिलेश यादव उसके नेता हैं, लेकिन हालत यह है कि कन्नौज से खुद अखिलेश चुनाव लड़ रहे हैं। मैनपुरी से उनकी पत्नी डिंपल, फिरोजाबाद से परिवार के अक्षय, बदायूं से आदित्य और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं।

कहा, इधर अखिलेश यादव खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो उधर राहुल गांधी को सोनिया प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। ये लोग जनता का भला नहीं कर सकते। उनका भला तो गरीब घर से आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं।

भाषण खत्म करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के सभी नेताओं के साथ हाथ में हाथ डालकर जनता का अभिवादन किया। इसके बाद मंच से नीचे की ओर जाने लगे, तभी पास में खड़े भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार के कंधे पर अपना हाथ रखकर थपथपाया। इससे छत्रपाल गंगवार गदगद हो गए। हाथ जोड़कर आशीर्वाद लेने की मुद्रा में नजर आए।

संतोष के सेवा के यज्ञ को छत्रपाल जारी रखेंगे
गृहमंत्री ने मंच से सांसद संतोष गंगवार का नाम लेते हुए कहा कि वह विश्वास दिलाते हैं कि संतोष गंगवार ने सेवा का जो यज्ञ चलाया है, छत्रपाल गंगवार उसे निरंतर चलाते रहेंगे। बरेली को भाजपा को गढ़ बताते हुए कहा कि 1989 के बाद से यहां संंतोष गंगवार सांसद बनते रहे हैं। बरेली के सम्मान, विकास के लिए संसद में उन्होंने कई मामलों को उठाया। संतोष गंगवार के लिए पार्टी ने कुछ अलग भूमिका सोची है और छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया है।

माइक संभालते ही बोले...धूप में खड़े लोगों को अंदर करिए
मंच पर आने के पांच मिनट बाद ही अमित शाह ने चुनावी भाषण के लिए माइक संभाल लिया। भाषण शुरू करने से पहले उनकी नजर पंडाल के बाहर धूप में खड़े लोगों की तरफ गई तो चिंता दिखाते हुए पुलिस कर्मियों से कहा कि धूप में खड़े सभी लोगों को अंदर करिए। सभी लोगों को अंदर आने दीजिए। अमित शाह की इस बात से लोग उत्साहित दिखे।

इतनी जोर की आवाज लगाइए कि उड़ीसा तक जाए
अमित शाह ने भाषण की शुरुआत भारत माता की जयकारे के साथ की। जनता का जवाब सुनकर बोले- बरेली वालों क्या हो गया, 400 पार करना है तो इतनी तेज आवाज लगाइए कि उड़ीसा तक जाए। कहा, रामगंगा के किनारे बसी नाथ नगरी में विद्यमान सातों नाथों, पास में हनुमान जी को प्रणाम करते हुए बात की शुरुआत करना चाहता हूं। शाह ने भाषण के दौरान योगी सरकार की कानून व्यवस्था से लेकर केंद्र सरकार की राशन, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, आवास, शौचालय, नल से जल, सड़क, एक्सप्रेस वे आदि काम गिनाकर उपलब्धियां बताईं।

ये भी पढे़ं- Bareilly News: गरीब, किसान और युवाओं को झकझोर गये अखिलेश यादव