बरेली: हरुनगला उपकेंद्र पर संविदा कर्मचारी का शव रखकर हंगामा, परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग की

डोहरा मोड़ पर कर्मचारी की गुरुवार शाम करंट लगने से हो गई थी मौत

बरेली: हरुनगला उपकेंद्र पर संविदा कर्मचारी का शव रखकर हंगामा, परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग की

बरेली, अमृत विचार। डोहरा मोड़ पर लाइन ठीक करने के दौरान करंट लगने से संविदा कर्मचारी किशनपाल की मौत हो गई थी। परिजनों ने शुक्रवार को हरुनगला उपकेंद्र के बाहर किशनपाल का शव रखकर हंगामा किया। परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग की। बिजली अधिकारियों ने परिवार के लोगों को 50 हजार रुपये देकर जल्द ही कागजी कार्रवाई पूरी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर गए।

डोहरिया गांव निवासी संविदाकर्मी किशनपाल गुरुवार की शाम डोहरा मोड़ पर तेज हवा की वजह से लाइन में आए फाल्ट को ठीक कर रहे थे। उनके परिजनों का आरोप है कि बिना शटडाउन लिए ही किशनपाल को पोल पर चढ़ा दिया गया। जिसकी वजह से किशनपाल को करंट लग गया। साथ में काम कर रहे कर्मचारी उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार दोपहर परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को हरुनगला उपकेंद्र पर लेकर पहुंचे। उसके बाद मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया। अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन देकर शांत किया। मृतक के भाई चंद्रपाल ने बताया कि साढ़े सात लाख रुपये मुआवजा और नौकरी का आश्वासन दिया गया है।

कर्मचारी के परिजन अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। कागजी कार्रवाई पूरी होने पर मुआवजे की राशि और नौकरी दी जाएगी। परिजनों को 50 हजार रुपये नकद सहायता राशि दी गई है। शटडाउन नहीं लेने की बात पूरी तरह से गलत है-गौरव शुक्ला, अधिशासी अभियंता।

ये भी पढ़ें- बरेली:  प्रधानमंत्री मोदी ने एयरपोर्ट पर किया चेंजओवर, नेताओं से पूछा क्या हाल है