पीलीभीत: लंगड़ाते बाघ को किया जाएगा रेस्क्यू, वन अफसरों ने मांगी अनुमति...10 किमी के दायरे में लगाए 14 ट्रैप कैमरे

पीलीभीत: लंगड़ाते बाघ को किया जाएगा रेस्क्यू, वन अफसरों ने मांगी अनुमति...10 किमी के दायरे में लगाए 14 ट्रैप कैमरे

पीलीभीत, अमृत विचार।  महोफ रेंज में लगड़ाते बाघ की हकीकत जानने के लिए अब उसे रेस्क्यू किया जाएगा। इसको लेकर शासन से अनुमति मांगी गई। फिलहाल बाघ की 24 घंटे मॉनिटरिंग में लगी निगरानी टीम को उसकी लोकेशन नहीं मिल सकी है। ऐसे में अब संबंधित क्षेत्र के 10 किमी दायरे में 14 ट्र्रैप कैमरे लगाए गए हैं।

 पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कुछ माह पूर्व एक लगड़ाते बाघ का वीडियो वायरल हुआ था। उस दौरान वन अफसरों ने बाघ की मॉनिटरिंग के बाद उसे फिट करार दिया था। इधर कुछ दिन पूर्व फिर महोफ रेंज में लगड़ाते बाघ का वीडियो वायरल हुआ तो पीटीआर प्रशासन में खलबली मच गई।

पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने मामले की जानकारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव को दी। साथ ही उन्होंने बाघ की मॉनिटरिंग को दो टीमें गठित कर 24 घंटे निगरानी शुरू करा दी थी। साथ ही बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए चार ट्र्रैप कैमरे भी लगवाए गए थे। 

इधर लगातार निगरानी के दौरान टीमों को तबसे न तो बाघ की कोई लोकेशन मिल सकी है और न ही लगाए गए कैमरों में उसकी कोई फुटेज ही आ सकी। इधर अब बाघ की मॉनिटरिंग को संबंधित क्षेत्र के 10 किमी के दायरे में 14 ट्रेप कैमरे लगाए गए हैं। डिप्टी डायरेक्टर के मुताबिक जहां भी बाघ के होने की संभावना प्रतीत हो रही है, वहां निगरानी टीमों को लगाने के साथ ट्रैप कैमरों को भी लगाया जा रहा है। 

लंगड़ाते बाघ की हकीकत जानने के लिए पीटीआर प्रशासन ने रेस्क्यू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर वन अफसरों ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव से बाघ को रेस्क्यू करने की अनुमति मांगी है। इधर अब वन अफसरों को अनुमति का इंतजार है। अफसरों के मुताबिक अनुमति मिलने के बाद ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

बाघ की मॉनिटरिंग को दो टीमें लगाकर निगरानी कराई जा रही है। संबंधित क्षेत्र में उस दिन से बाघ की कोई लोकेशन नहीं मिल रही है। अब 10 किमी के दायरे में 14 ट्रेप कैमरे लगाए गए हैं। बाघ को रेस्क्यू करने की अनुमति मांगी गई है। - मनीष सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पीटीआर

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