अखिलेश ने कन्नौज को गढ़ बनाकर कर दी है बड़ी गलती, असीम अरुण ने सपा प्रमुख पर बोला हमला

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Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। कन्नौज सदर से विधायक व समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने कहा कि अखिलेश यादव ने कन्नौज को गढ़ बनाकर बड़ी गलती कर दी है। वह बड़े मतों से हारने जा रहे हैं। उनके आने से बस यह हुआ है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ गया है।

नेहरू नगर स्थित अंध विद्यालय में आयोजित अनुसूचित जाति वर्ग सम्मेलन में पहुंचे असीम अरुण ने कहा कि इंडी गठबंधन के नेता एक भ्रम फैला रही हैं कि मोदी जी पूरा संविधान को बदल देंगे, आरक्षण खत्म कर देंगे। भाजपा को ऐसा करना होता तो 10 वर्षों के कार्यकाल में कर चुकी होती।

असीम अरुण ने कहा कि बाबा साहब हम सभी के हित में ऐसा आशीर्वाद देकर के गए हैं कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी पद पर हो संविधान नहीं बदल  सकता है। भाजपा सामाजिक न्याय की अवधारणा की पक्षधर है। मोदी जी ने हमारी बहनों को 33 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है।

जिससे सभी मातृशक्ति का हर एक स्थान पर आरक्षण तय हो गया है। हमने संकल्प पत्र में कहा है कि वन नेशन वन इलेक्शन को पूरा करेंगे जिसकी संरचना हमारे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कर चुके हैं। भगवान संत शिरोमणि रविदास जी ने जो कल्पना की थी वह आज सच हो रही है। रविदास जी ने कहा था की ऐसा राज चाहिए जहां अन्न मिले इस देश के प्रधानमंत्री मोदी अन्न योजना के माध्यम से 80 करोड़ गरीब लोगों को अन्न वितरण कर रहे हैं। 

सपा के लोग जय भीम का नारा लगाते घूम रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि अखिलेश यादव से कि जब आप मुख्यमंत्री थे तब आपने कभी जय भीम का नारा क्यों नहीं लगाया, तब तो आपकी सरकार के गुंडे बाबा साहब के बोर्ड एवं मूर्ति को तोड़कर उन पर पेशाब करते थे। उन्होंने मंच से कहा कि जब यह गठबंधन के लोग आपके पास वोट मांगने आए तो आपको भी पूछना है कि 2012 के बाद आपने कोई भी मेडिकल कॉलेज कोई भी एयरपोर्ट किसी भी सरकारी संस्थान या स्टेशन का नाम बाबा साहब के नाम पर रखा।

जो रखे हुए थे उनको भी मिटाने का काम आप के द्वारा किया गया। 4 जून को भाजपा 80 में से 80 सीटें जीतने जा रही है। सम्मेलन में प्रत्याशी रमेश अवस्थी, जिला अध्यक्ष दीपू पांडे, पूर्व विधायक राकेश सोनकर, पूर्व मंत्री सतीश जाटव, अवधेश सोनकर, पूर्व विधायक महेश वाल्मीकि, किशन लाल सुदर्शन, राम लखन रावत, ओमप्रकाश बक्सरिया, विनोद सोनकर रहे।

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