रुद्रपुर: …तो क्या पहले ही एनकाउंटर का मन बना चुकी थी ऊधमसिंह नगर पुलिस...बाबा तरसेम हत्याकांड प्रकरण

रुद्रपुर:  …तो क्या पहले ही एनकाउंटर का मन बना चुकी थी ऊधमसिंह नगर पुलिस...बाबा तरसेम हत्याकांड प्रकरण

रुद्रपुर, अमृत विचार। 28 मार्च को नानकमत्ता डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के शूटरों का एनकाउंटर होना पहले से ही तय हो चुका था। 13 दिन में तीन बार शूटरों पर इनाम की धनराशि को बढ़ाना और हत्याकांड के वक्त एसएसपी की वायरल वीडियो कॉल के कई मायने निकल रहे हैं, लेकिन यह तो तय है कि सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले शूटरों को सबक सिखाने का ऊधमसिंह नगर पुलिस मन बना चुकी थी।

बताते चलें कि 28 मार्च की सुबह छह बजे नानकमता डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक सवार सिख व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड के बाद से ही पुलिस ने शूटर अमरजीत सिंह और सर्वजीत सिंह पर 25 हजार से प्रारंभ की इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी थी। वहीं घटनास्थल के वक्त मौका मुआयना करने के दौरान एसएसपी मंजूनाथ टीसी किसी से फोन पर बात कर रहे थे कि अब गिरफ्तारी नहीं होगी। यह वायरल वीडियो कॉल कई सवाल छोड़ रही थी।

हालांकि चर्चा है कि एसएसपी किसी और प्रकरण में वार्ता कर रहे होंगे। लेकिन कई लोगों का मानना है कि एसएसपी घटनास्थल पर खड़े होकर हत्याकांड के संबंध में ही वार्ता कर रहे होंगे। मामला जो भी हो, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि दिनदहाड़े शूटरों ने बाबा की हत्या कर प्रदेश में सनसनी फैला दी थी। जबकि शूटर एक पेशेवर अपराधी थे और कहीं न कहीं प्रदेश में उनकी आवाजाही अपराध को बढ़ावा दे सकती थी। एसटीएफ के एनकाउंटर के बाद एक पेशेवर अपराधी का अंत माना जा सकता है। बावजूद इन सभी पहलुओं पर गौर करें तो यह तो तय था कि शूटरों की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि जिले के पुलिस एनकाउंटर का मन बना चुका थी।