माफिया मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत, पूरे प्रदेश में पुलिस अलर्ट जारी

माफिया मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत, पूरे प्रदेश में पुलिस अलर्ट जारी

बांदा, अमृत विचार। प्रदेश के कई जिलों में हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी जैसी घटनाओं के आरोपी पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर शाम बांदा जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। गुरुवार शाम वह जेल की बैरक में अचानक बेहोश हो गया था जिसपर उसे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। 

जहां कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोर्ट ने उसे दो बार उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिले भर के आलाधिकारी बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और फोर्स को अलर्ट कर दिया गया। डीजीपी ने पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट की घोषणा की है। बांदा समेत पूरे प्रदेश में पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च किया। 

मऊ विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी के जीवन का सूर्य गुरुवार शाम अस्त हो गया। पंजाब की रोपड़ जेल से मुख्तार अंसारी को सात अप्रैल 2021 को बांदा जेल शिफ्ट किया गया था। बांदा जेल सूत्रों के मुताबिक गुरुवार देर शाम मुख्तार अंसारी बैरक में बेहोश पाया गया। जेलकर्मियों ने उसे प्राथमिक उपचार के लिए जेल अस्पताल में भर्ती कराया। 

वहां हालत बिगड़ने पर जेल अधिकारियों ने आनन-फानन में उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। जहां कुछ देर इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज ने मीडिया बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि मुख्तार को उल्टी व बेहोशी की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज लाया गया था। मुख्तार के इलाज के लिए नौ डॉक्टरों की टीम लगाई गई थी, लेकिन कार्डिक अरेस्ट (दिल का दौरा) के कारण उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही बांदा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी अंकुर अग्रवाल समेत जिले भर का फोर्स मेडिकल कॉलेज पहुंचा। 

मुख्तार के आवास समेत बांदा जिले भर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। मुख्तार की मौत की जानकारी जिला प्रशासन ने उसके परिजनों को दी। अधिकारियों के मुताबिक देर रात 2:30 बजे तक गाजीपुर और लखनऊ से परिजनों के बांदा आने की उम्मीद है। बांदा में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 

हत्या,लूट, अपहरण समेत 65 मुकदमें दर्ज थे
मुख्तार के नाम से पूर्वांचल थरथर कांपता था। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि माफिया पर 15 हत्या के मुकदमे दर्ज थे। मुख्तार पर अपहरण, रंगदारी, धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास जैसे 65 संगीन मुकदमे प्रदेश भर के कई थानों में दर्ज हैं। इसके साथ ही मुख्तार पर पुलिस ने नौ बार गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी। वर्ष 1978 में गाजीपुर के सैदपुर थाने में मुख्तार के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की धारा में एनसीआर दर्ज की गई थी। इसके बाद उसके अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। 

भाजपा विधायक की हत्या का आरोपी
मुख्तार अंसारी गैंग पर 29 नवंबर 2005 को गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या का आरोप भी था। घटना को अंजाम देने के लिए गैंग ने करीब 500 राउंड गोलियां चलाई थीं। इस घटना के बाद पूरा प्रदेश थर्रा गया था। इस कांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह वाराणसी में धरने में बैठ गए थे। इसके अलावा मऊ में हुए दंगे में भी मुख्तार का नाम सामने आया था। 

सोमवार को पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती हुआ था 
बीते सोमवार रात को ही मुख्तार अंसारी को पेट दर्द की शिकायत पर जेल प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया था। हालत में सुधार होने के बाद मुख्तार को मंगलवार शाम छह बजे बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। तब बांदा मेडिकल कॉलेज ने हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए बताया था कि मुख्तार को चार-पांच दिनों से कब्ज की शिकायत थी। इस दौरान मुख्तार से मिलने के लिए उसका बड़ा भाई अफजाल अंसारी भी मेडिकल कॉलेज पहुंचा था। इससे पहले मुख्तार ने आरोप लगाया था कि उसे खाने में जहरीला पदार्थ दिया जा रहा है।

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