सितारगंज हाईवे: भूमि अधिग्रहण घोटाले में संशोधित आरोप पत्र भेजे मुख्यालय, इन पर होगी कार्रवाई
बरेली, अमृत विचार: सितारगंज हाईवे के चौड़ीकरण के लिए हुए भूमि अधिग्रहण में किए गए घोटाले में शामिल पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के खिलाफ बुधवार को संशोधित आरोप पत्र मुख्यालय भेज दिए गए। अब जल्द ही सभी इंजीनियरों को आरोप पत्र जारी किए जाने की संभावना जताई जा रही है। पहली बार जो आरोप पत्र भेजे गए थे, उन्हें संशोधित करने का निर्देश देते हुए मुख्यालय से लौटा दिया गया था।
सितारगंज नेशनल हाईवे को फोरलेन करने और बरेली शहर में निर्माणाधीन रिंग रोड के लिए अधिगृहीत जमीन पर फर्जी भवन दिखाकर करोड़ों का घोटाला किया गया था। कमिश्नर और डीएम के स्तर से कराई गई जांच में एनएचएआई के साथ पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर इसके लिए जिम्मेदार पाए गए थे। शासन को इसकी रिपोर्ट भेजने के बाद पीडब्ल्यूडी की एई स्नेहलता श्रीवास्तव, जेई राकेश कुमार, अंकित सक्सेना और सुरेंद्र सिंह व अमीन शिवशंकर को निलंबित किया जा चुका है। तत्कालीन एक्सईएन नारायण सिंह को भी घोटाले का जिम्मेदार माना गया है।
अब इन इंजीनियरों को आरोप पत्र देने की तैयारी है। पिछले दिनों चीफ इंजीनियर की ओर से जो आरोप पत्र तैयार कर एप्रूवल के लिए मुख्यालय भेजे गए थे, उनमें कई कमियां पाई गई थीं जिसके बाद संशोधित आरोप पत्र भेजने के निर्देश के साथ उन्हें लौटा दिया गया था। चीफ इंजीनियर की ओर से बुधवार को फिर आरोप पत्र तैयार कर मुख्यालय भेज दिए गए। चीफ इंजीनियर अजय कुमार ने बताया कि संशोधित आरोप पत्र भेज दिए गए हैं। अब मुख्यालय से ही आरोपी अभियंताओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
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