Kanpur: बाकरगंज बाजार में अव्यवस्थाएं मुंह बाए खड़ीं; संकरी गलियों में अतिक्रमण व जलभराव से राहगीर परेशान...
कानपुर, अमृत विचार। 25 लाख रुपये का रोजाना कारोबार करने वाली बाकरगंज बाजार के व्यापारी अव्यवस्थाओं के संक्रमण से परेशान हैं। करीब 90 साल पुराने संकरी गलियों में बसे इस बाजार की सबसे बड़ी समस्या है वर्षों से बंद पड़ा स्लॉटर हाउस। स्लॉटर हाउस में गंदगी का अंबार व सुअरों के आतंक के कारण व्यापारियों के जीना दुश्वार बना हुआ है। साथ ही बाजार की गलियां जर्जर पड़ी हैं, जल निकासी की सुविधा का बाजार में कोई इंतजाम नहीं है।
नालियों की सफाई न होने के कारण बाजार में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्गों पर जलभराव की समस्या बनी रहती है। बाकरगंज बाजार में किराना, गल्ला, सब्जी मंडी के साथ ही कपड़ा व रेडीमेड के साथ ही चूड़ी, कॉस्मेटिक व्यापारियों की करीब 500 से अधिक दुकानें हैं। मध्यवर्गीय लोगों की बाकरगंज बाजार में पिछले 15-16 सालों से स्लाटर हाउस बंद पड़ा है। बाजार के पिछले हिस्से में स्थित स्लॉटर हाउस की बाउंड्री टूटी पड़ी है। जिसमें क्षेत्र भर का कूड़ा डाला जाता है।
इसके साथ ही बाजार से सटे मीट बाजार का कचरा भी स्लॉटर हाउस में डाला जाता है, जिससे स्लॉटर हाउस के आसपास सुअरों व कुत्तों का आतंक बना रहता है। सड़ांध के कारण व्यापारियों का दुकान में बैठना दूभर बना रहता है। बाबूपुरवा व्यापार मंडल के चेयरमैन महमूद अख्तर ने बताया कि बाजार के प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग कपड़ा मार्केट, चौकी मार्ग, मुर्गा मार्केट की ओर से है। सीवर व नाला सफाई का कार्य न होने मुख्य मार्गों पर जलभराव की समस्या निरंतर बनी रहती है।
गलियों के बाहर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। जिस कारण बाजार में एक बाइक निकालना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। बाजार में जल निकासी के लिए नाली न होने के कारण बरसात के मौसम में पानी दुकानों में भर जाता है। कई-कई दिनों तक पानी गलियों में भरा रहने से ग्राहक संक्रमित बीमारियों के डर से बाजार में आने से कतराते हैं।
बीते सात सालों से बंद पड़ा है यूरिनल
रोजाना तकरीबन एक हजार से भी अधिक महिलाएं बाजार में आती हैं। व्यापारियों ने बताया कि बाजार में एक भी यूरिनल नहीं है। करीब सात साल पहले नगर निगम ने स्लॉटर हाउस के पास यूरिनल बनवाया था, लेकिन वह अब तक शुरू नहीं हो पाया।
छुट्टा जानवर करते हैं हमला
बाजार में आने वाले ग्राहकों ने बताया कि स्लॉटर हाउस के कारण बाजार में खूंखार कुत्तों व सुअरों का आतंक बना रहता है। कई बार सुअर महिलाओं व बच्चों पर हमला भी कर चुके हैं। सुअरों के आतंक से ग्राहक बाजार में आने से कतराते हैं।