Kanpur News: सदन में उठेगा टूटी कूड़ा गाड़ियों का मुद्दा, इतने करोड़ रुपये की गाडियां चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, पार्षद बोली...
कानपुर नगर निगम की टूटी गाड़ियों का मुद्दा सदन में गूंजेगा
कानपुर, अमृत विचार। नगर निगम की ओर से कुछ महीने पहले खरीदी गई कूड़ा गाड़ियों (रिक्शा व हाथ कूड़ा गाड़ी ) का मुद्दा सदन में उठेगा। चंद महीनों में ही कूड़ा रिक्शा की हालत खराब होने के मामले में जूही की पार्षद शालू कनौजिया ने सदन में प्रस्ताव लगाया है। इसके साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच के साथ कानूनी कार्यवाही करने के प्रस्ताव को पास करने की मांग की है। महापौर कार्यालय ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। अधिकारियों के अनुसार महीने के अंत में सदन हो सकता है।
नगर निगम को स्वच्छ भारत मिशन के तहत 32 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें से आठ कारोड़ रुपये से अधिकारियों ने 1800 कूड़ा ढ़ोने के लिए रिक्शा और 2500 हाथ कूड़ा गाड़ियों को खरीदा। आरोप है कि कूड़ा रिक्शा की गुणवत्ता खराब होने के बावजूद गाड़ियों को खरीदा गया, यही नहीं बिना जांच कराए ही इन्हें वार्डों में भी भेज दिया गया।
अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से रिक्शे खरीदे गए। जिसके रिम, टायर और बॉडी की गुणवत्ता खराब है। पिछले वर्ष जुलाई में वार्डों में भेजी गईं कूड़ा रिक्शा गाड़ियों के रिम और टॉयर चोरी हो रहे हैं। घटिया क्वालिटी की रिक्शा गाड़ियां जब डंप पर खड़ी कर दी गईं। जिसके बाद अब इसके पार्ट्स चोर निकालकर बेच दे रहे हैं।
जूही वार्ड 84 में एैसी ही कई गाड़ियां सेंटर पार्क के पिछले हिस्से में पड़ी हैं। जो न तो कूड़ा ढ़ोने के काम आ रही हैं, और न ही उन्हें सुरक्षित रखा जा पा रहा है। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। वहीं, शहर के अन्य वार्डों में भी कूड़ा गाड़ियों के यही हाल हैं। महज छह महीने में ही गाड़ियों की यह दुर्दशा आम जनता पैसें की बर्बादी के साथ भ्रष्टाचार की गवाही भी दे रही है।
पार्षद ने कहा, नगर निगम की छवि हुई धूमिल
वार्ड 14 किदवई नगर सब्जी मंडी की पार्षद शालू कनौजिया ने महापौर कार्यालय को प्रस्ताव देकर कहा है कि छह महीने पहले आई कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां खुद कूड़ा हो रही हैं। गाड़ियों के पार्ट्स पुर्जे तक चोरी हो रहे हैं। जिससे नगर निगम की छवि धूमिल होने के साथ ही आर्थिक हानि भी हो रही है। जिसकी उच्चस्तरीय जांच के साथ ही कानूनी कार्यवाही का प्रस्ताव पास करें।
महापौर ने भी दिया था जांच के आदेश
नगर निगम में पिछले वर्ष 4 जून को हुई पहली कार्यकारिणी बैठक के बीच में ही सदस्यों ने कूड़ा गाड़ी खरीद में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। जिसके बाद नगर निगम अधिकारियों और सदस्यों के बीच गहमा-गहमी हुई थी। मामला बढ़ा तो महापौर प्रमिला पांडेय ने बीच बैठक में ही कूड़ा गाड़ियां मुख्यालय मंगवा ली थीं। नगर निगम अधिकारियों के साथ कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक गुप्ता ‘मोनू’, पवन गुप्ता ने गाड़िया देखीं और गुणवत्ता पर सवाल उठाए, अधिकारियों के सामने ही कहा कि गाड़ियों की खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है। जिसके बाद जांच बैठा दी गई थी। लेकिन इस मामले में क्या हुआ अभी तक सामने नहीं आया है।
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