Kanpur Double Murder: कर्ज लेकर भरा था माल… सूदखोर कर रहे थे परेशान, पड़ोसी बोले- नहीं देखा कोई रिश्तेदार

कानपुर में पत्नी-बेटी की हत्या कर खुद को लटकाया

Kanpur Double Murder: कर्ज लेकर भरा था माल… सूदखोर कर रहे थे परेशान, पड़ोसी बोले- नहीं देखा कोई रिश्तेदार

कानपुर, अमृत विचार। सूदखोरों के आतंक ने एक और परिवार को मौत की नींद सुला दिया। सूदखोरों से तंग आकर पति अर्जुन जायसवाल ने पत्नी और चार साल की बेटी को मारकर खुद को भी घायल कर लिया। हैलट अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा हत्यारोपी अर्जुन जायसवाल कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। इस कारण पुलिस उससे बात नहीं कर सकी। 

पुलिस ने बताया कि अर्जुन ने बेटी आशवी के नाम से जनरल स्टोर की दुकान खोली थी, कर्जा लेकर उसमें माल भरा लेकिन दुकान चली नहीं। उसने रुपये ब्याज पर लेकर दुकान में सामान भरा था। दुकान से मिली आमदनी से घर चलाना, ब्याज देना और दुकान में माल भरना नाकाफी हो रहा था। ब्याज न मिलने पर सूदखोर परेशान करने लगे। सूदखोरों से परेशान होकर अर्जुन दुकान बंद रखने लगा। जिससे गृहस्थी की गाड़ी रुक गई।    

Murder (7)

भूखी बच्ची को खिलाते-पिलाते थे पड़ोसी

पड़ोसियों ने बताया कि बच्ची अक्सर भूख की वजह से रोती रहती थी। पड़ोसी अक्सर बेटी आशवी को अपने साथ ले जाते थे और खिलाते-पिलाते थे। अपने घर में रखते थे। अर्जुन ने बेटी का स्कूल में एडमिशन कराया था लेकिन आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के कारण उसकी पढ़ाई बंद करानी पड़ी। कुछ महीने से बच्ची घर पर ही रह रही थी।

पड़ोसियों ने बताया कि अर्जुन और उसकी पत्नी निशा किसी से बहुत मतलब नहीं रखते थे। उनके नाते-रिश्तेदार भी तीन-चार साल से नहीं दिखे थे। कॉलोनी के ज्यादातर लोग काम पर चले जाते थे। पत्नी को बच्ची को दो वक्त की रोटी न देने का मलाल तो पहले ही था। ऐसे में पत्नी ने ताना दिया तो पति यह बात इतनी नागवार गुजरी की उसने जान देने का मन बना लिया। पत्नी को गलती का अहसास हुआ तो उसने पति को समझाया लेकिन गरीबी ने दोनों की हिम्मत को इतना तोड़ दिया कि जान देने के अलावा कोई रास्ता नहीं दिखा। 

Suicide Note Chakeri

बहुत तेज धार थे चाकू

घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने को मौके पर खून से सने दो चाकू बरामद हुए। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही चाकू बाजार से लाए गए थे। चाकू में धार भी इतनी तेज थी कि एक बार में ही एक जगह की नस काट दी। बेटी के मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे ये सिद्ध होता है कि उसे जहरीला पदार्थ दिया गया। प्राथमिक जांच में बच्ची के कपड़ों में यूरीन मिली, जिससे साफ पता चलता है कि उसका गला दबाकर मारा गया है। निशा का शव कमरे में पर्श पर बिछे बिस्तर पर पड़ा था लेकिन पंखे के कुंडे से साड़ी बंधी थी। जिसकी पुलिस जांच कर रही है।  

पुलिस ने बताई कुछ इस तरह की घटना

पुलिस के अनुसार पहले बच्ची और निशा को जहरीला पदार्थ दिया गया होगा। जिससे वे अचेत हो गई होंगी। इसके बाद बच्ची का गला दबाकर उसकी हत्या की गई और निशा को पंखे में लटकाकर फांसी लगाने की कोशिश की गई होगी। हालांकि निशा के गले पर निशान न मिलने से पुलिस की ये कहानी किसी के गले नहीं उतर रही है।  

खून से सना मिला फर्श, टॉयलेट 

कांशीराम कालोनी में सेकेंड फ्लोर पर अर्जुन दो कमरों के घर में रहता था। अंदर के कमरे पर फर्श पर पड़ा गद्दा, दूसरे कमरे से लेकर टॉयलेट तक हर तरफ खून ही खून दिखाई दिया। पुलिस को नाली से लेकर कमरे और बाथरूम से लेकर सीढ़ियों तक खून ही खून दिखाई दिया। दीवार से लेकर दरवाजे तक खून के छींटे ही छींटे दिखाई दिए।

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