दो दिन तक जिसे जंगल में तलाशा, वो दिल्ली के होटल में मिला

दो दिन तक जिसे जंगल में तलाशा, वो दिल्ली के होटल में मिला

हल्द्वानी, अमृत विचार : जिस 9वीं के छात्र यथार्थ को पुलिस ने दो दिनों तक आधी-आधी रात तक जंगल में तलाशा, वो दिल्ली के होटल में मिला। परिजन और पुलिस दोनों ही अनहोनी की आशंका से आशंकित थे, क्योंकि जंगल में उसकी जली हुई स्कूटी मिली थी। वह जंगल की ओर जाता दिखा, लेकिन जंगल के बाद से उसका कहीं पता नहीं था। शनिवार रात पुलिस की टीम ने उसे दिल्ली के होटल से बरामद किया और परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने परिजनों और छात्र का काउंसिलिंग की है। 

 हल्द्वानी कोतवाली की टीपीनगर चौकी क्षेत्र के जीतपुर नेगी वार्ड 56 निवासी कारोबारी योगेश मिश्रा का 15 वर्षीय बेटा यर्थाथ दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में 9वीं का छात्र है। वह बीते गुरुवार 20 मार्च को घर से स्कूटी पर सवार होकर परीक्षा देने निकला था, लेकिन फिर लौट कर घर नहीं आया। शाम देर हुई तो उसकी तलाश शुरू हुई। पुलिस भी तलाश में जुटी तो यर्थाथ की स्कूटी गोरापड़ाव बाईपास के जंगल किनारे पूरी तरह जली हालत में मिली। स्कूटी मिलने के बाद परिजनों का मन अनहोनी से आशंकित हो गया। 


 अगले दिन गुरुवार को उसकी पानी की बोतल, स्कूल बैग मिला तो घबराहट बढ़ गई। पहले दिन रात एक बजे तक जंगल की खाक छानने वाली पुलिस टीमों ने अगले दिन तड़के जंगल में तलाश शुरू की। डॉग स्क्वाड के साथ फॉरेंसिक टीमें भी जांच में जुटीं, लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ। पहले दिन पुलिस ने घटना स्थल की ओर जाने वाले रास्ते पर हरीश नेगी के घर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो यथार्थ अकेला स्कूटी से जंगल की ओर जाता दिखा। मैन्युअल पुलिस व सीसीटीवी फुटेज से जब कोई मदद नहीं मिली तो पुलिस ने सर्विलांस पर पूरा जोर डाला और सफलता लगी।

 
 पुलिस को यथार्थ को लोकेशन दिल्ली के महिपालपुर में मिली। शनिवार रात ही पुलिस महिपालपुर पहुंच गई। यथार्थ यहां विशाल होटल में ठहरा था। पुलिस को देख वह चौंक गया। हालांकि पुलिस के साथ गई सीडब्ल्यूसी की टीम ने काउंसिलिंग कर उसे शांत कराया और रात ही उसे लेकर हल्द्वानी आ गई। सीओ सिटी नितिन लोहनी ने बताया कि छात्र को सकुशल दिल्ली के होटल से बरामद कर लिया गया है। उसे परिजनों ने पढ़ाई के लिए डांट दिया था। इससे नाराज होकर वह घर छोड़कर चला गया था। 


डॉग स्क्वॉड ने पुलिस को दिखाई थी सही दिशा
हल्द्वानी : पहले दिन जब पुलिस को यथार्थ का सुराग नहीं लगा तो अगले दिन पुलिस टीम डॉग स्क्वॉड के साथ पहुंची। डॉग स्क्वॉड को यथार्थ के कपड़ों की महक सुंघाई गई। जिसके बाद डॉग घटना स्थल से सूंघता हुआ करीब डेढ़ सौ मीटर दूर गया और फिर रुक गया। इसके बाद वह आगे नहीं बढ़ा, लेकिन पुलिस के लिए इतना पर्याप्त नहीं था। अब जब यथार्थ मिला तो उसने आने-जाने का पूरा रूट पुलिस को बताया और यह वही रूट था जिस पर डॉग गया था। 


स्कूटी जलाने के बाद टैक्सी से पहुंच गया दिल्ली
हल्द्वानी : जंगल में जहां जली हुई स्कूटी मिली, उससे कुछ दूरी पर यथार्थ की पानी की बोतल मिली। इस बोतल से पेट्रोल की महक आ रही थी। दरअसल, यथार्थ ने खुद ही स्कूटी में आग लगाई थी और इसके लिए उसने उसी पेट्रोल का इस्तेमाल किया, जिसे वह पानी की बोतल में लेकर आया था। स्कूटी जलाने और बैग वहीं जंगल में फेंकने के बाद उसे एक ऐप के जरिये प्राइवेट टैक्सी बुक की और दिल्ली पहुंच गया। पुलिस भी एक ऐप की मदद से यथार्थ तक पहुंची, लेकिन उसके रचे षड्यंत्र से हर कोई हैरान है।