जापान के प्रधानमंत्री अपने गुट के प्रमुख का छोड़ंगे पद, जानिए वजह
टोक्यो। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पार्टी फंड में घोटाले के आरोपो के बीच सत्तारुढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में अपने गुट के प्रमुख का पद छोड़ देंगे। स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को यह खबर दी। राष्ट्रीय समाचार एजेंसी क्योदो ने मामले से जुड़े सूत्रों का हवाला देते हुए बताया, किशिदा,एलडीपी के चौथे सबसे बड़े गुट कोच्चिकाई के नेता के पद से अपने इस्तीफे की घोषणा करने के लिए तैयार हैं।
कोच्चिकाई उन पांच एलडीपी गुटों में से एक है, जिन्होंने कथित तौर पर राजनीतिक धन उगाहने वाले दलों से अपने राजस्व को कम बताया है। जिससे अतिरिक्त आय उनके कुछ सांसदों को रिश्वत के रूप में वापस कर दी गई होगी। दिवंगत पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे के नेतृत्व वाला सबसे बड़ा एलडीपी गुट,“ सेइवाकेन या सेइवा नीति अध्ययन समूह” पर पिछले पांच वर्षों में 2022 तक कम से कम लगभग दस करोड़ येन (लगभग 679,000 अमेरिकी डॉलर) की गुप्त धनराशि जमा करने का संदेह है। नवीनतम मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि आबे गुट में कम से कम एलडीपी के 10 सांसदों को रिश्वत मिली। हालाँकि कई प्रधान मंत्री पद पर रहते हुए अपने गुट से दूरी बनाए रखते हैं।
किशिदा अक्टूबर 2021 में पदभार ग्रहण करने के बाद से अपने गुट के नेता के रूप में सक्रिय हैं। पद छोड़ने का निर्णय बुधवार को किशिदा के अनुरोध के बाद लिया गया कि सभी एलडीपी गुटों को फिलहाल धन जुटाने वाली पार्टियों का आयोजन करने से बचना चाहिए। इसके बाद जापान टाइम्स ने इसे प्रधान मंत्री की “नुकसान नियंत्रण ” की कवायद बताया है।
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