मुरादाबाद : नहाय खाय के साथ शुरू हुआ आस्था का महापर्व छठ, नगर निगम प्रशासन ने कराई सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था

आस्था का पर्व: महानगर में प्रमुखता से मनाया जाता है छठ मैया और सूर्यदेव की उपासना का पर्व

मुरादाबाद : नहाय खाय के साथ शुरू हुआ आस्था का महापर्व छठ, नगर निगम प्रशासन ने कराई सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था

मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर के पूर्वांचल समाज में छठ पूजा का आरंभ शुक्रवार को नहाय खाय से हुआ। शनिवार को खरना व्रत के लिए महिलाओं ने तैयारी कर ली है। नगर निगम ने भी रामगंगा नदी के घाटों की सफाई और वहां प्रकाश की व्यवस्था कराई।

सूर्यदेव की उपासना का पर्व छठ जिले में भी प्रमुखता से मनाया जाता है। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी को छठ पूजन की शुरुआत चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय के साथ हुई। समापन सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इसका समापन होता है। पूर्वांचल जन कल्याण संस्था के संरक्षक डॉ.अतुल नाथ ने बताया कि 36 घंटे चलने वाले निर्जल व्रत का पारण कर सौभाग्यवती महिलाएं प्रसाद ग्रहण करती हैं।

 यह व्रत पुत्र की लंबी आयु और परिवार में सुख समृद्धि के लिए किया जाता है। सर्वजन हिताय संस्था के अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि भैया दूज के बाद से ही घाटों की साफ-सफाई और मरम्मत का काम शुरू हो गया। शनिवार की शाम तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी, क्योंकि छठ का निर्जल व्रत होने से घर में पूजा की तैयारियों में भी मदद करनी होती है।

परिवारों में हुई खरना की तैयारियां
पूर्वाचल समाज में छठ पर्व के पहले दिन शुक्रवार को सभी परिवारों में नहाय खाय की रस्म हुई। इसमें स्नान के बाद सभी घरों में चने की दाल, लौकी, चावल और रोटी बनी। राधिका देवी ने बताया कि इसके बाद घर और घाट की साफ सफाई शुरू हुई। साथ ही खरना के लिए अनाज आदि सुखाया गया। रामगंगा विहार निवासी सरिता देवी ने बताया कि खरना का व्रत छठ व्रत से एक दिन पहले होता है। इसमें सुबह स्नान के बाद छठ मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। फिर शाम को चूल्हे में आम की लकड़ियों से गुड़ की खीर और पूरी बनाई जाती है। 

उन्होंने बताया कि छठ व्रत रखने वाली महिलाओं के साथ परिवार के सभी सदस्य यह प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसके बाद सप्तमी को उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक लगातार निर्जल व्रत रहते हैं। छठ पूजा का न कोई विशेष मुहूर्त है और नहीं कोई विशेष मंत्र। यह पूजा सिर्फ नियम की है। नियम में भी घर और घाट की सफाई प्राथमिकता में रहती है। लोगों का कहना है कि मुहूर्त के नाम पर सिर्फ छठ वाले दिन शाम को सूर्य के अस्त होने का समय और सप्तमी को उदय का समय पता रखना होता है। जिससे समय से घाट पर पहुंचकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जा सके।

महानगर में यहां होगी पूजा
महानगर में बुद्धि विहार में छठी मैया पूजा पार्क में, लाइनपार आदर्श नगर के पास छठ घाट में, कपूर कंपनी होलिका मंदिर के पास, रेलवे हरथला कॉलोनी में आरपीएफ ग्राउंड में और सीएल गुप्ता घाट पर पूजा की जाएगी।

सीएल गुप्ता घाट की सफाई में तेजी
मुरादाबाद, अमृत विचार: सीएल गुप्ता घाट पर प्रशासन की ओर से निरंतर घाट की सफाई कराई जा रही है। शनिवार को खरना अर्थात रात में गुड़ की खीर का सेवन करके अगले दिन के व्रत की तैयारी शुरू हो जाएगी। सर्वजन हिताय संस्था की तरफ से घाट बनाने में सभी छठ पूजन करने वालों का सहयोग किया जा रहा है। संस्था की तरफ से घाट पर मुख्य रूप से अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा, संरक्षक जोगिंदर सिंह, पीके पांडे, धनंजय मिश्रा, पं. तेज नारायण मिश्रा, राहुल राय, नीरज कुमार, शिवानंद रायं, पंकज केसरी आदि सभी घाट पर सेवाभाव से लगे रहे।

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