G20 में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भाषण नहीं देंगे पुतिन, Dmitry Peskov ने दी जानकारी
मॉस्को। भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन में रूस के व्लादिमीर पुतिन के वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किये जाने की कोई योजना नहीं है तथा विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां मौजूद होंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। यह पूछे जाने पर कि क्या रूसी राष्ट्रपति जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिए एक अलग वीडियो संदेश भेजने की योजना बना रहे हैं , उन्होंने कहा , “नहीं, वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधन की कोई योजना नहीं है।
यह सुनियोजित नहीं है। जी-20 में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री लावरोव करेंगे। ” इससे पहले पेसकोव ने कहा था कि पुतिन अपने व्यस्त एवं पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के मद्देनजर नौ और 10 सितम्बर को भारत में होने वाले जी20 सम्मेलन शामिल नहीं होंगे और उनका मुख्य फोकस यूक्रेन में एक 'विशेष सैन्य अभियान' पर है। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में हुए जी20 सम्मेलन में भी पुतिन शामिल नहीं हुए थे हालांकि इस मौके पर उन्होंने अपना वर्चुअल संबोधन दिया था।
इससे पहले वर्ष 2008 से जी 20 का प्रत्यक्ष रूप से 16 शिखर सम्मेलनों और एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन (सऊदी अरब, 2020) का आयोजन हो चुका है। वर्ष 2009 और 2010 में दो-दो शिखर सम्मेलन हुए। इन 16 प्रत्यक्ष शिखर सम्मेलनों में से 2008 और 2009 के पहले तीन शिखर सम्मेलनों को छोड़कर, 2010 से अब तक एक भी अवसर ऐसा नहीं आया जब कि इसमें प्रत्येक देश ने राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष स्तर पर भाग लिया हो। जी-20 शिखर-सम्मेलन के इतिहास को देखें तो छह बार 2010, 2011, 2012, 2013, 2016, 2017 में एक देश के राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष ने भाग नहीं लिया।
पांच बार 2010, 2014, 2015, 2018, 2019 में दो देशों के राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष नहीं आये। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद वर्ष 2022 में तीन देशों के राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष शामिल नहीं हुए। वर्ष 2021 में (यूक्रेन युद्ध से पहले, कोविड के बाद) छह देशों के शीर्ष नेता नहीं आए थे। ऐसे नौ देश - कनाडा, जर्मनी, भारत, इटली, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन , अमेरिका , यूरोपीय संघ हैं जिन्होंने हमेशा हर शिखर-सम्मेलन में राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष के स्तर पर शिरकत की है। मेक्सिको के राष्ट्रपति ने 2018 से स्वयं भाग नहीं लिया है।
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, रूस ने दो बार तथा चीन, फ्रांस, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण अफ्रीका ने एक बार राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष की बजाय किसी अन्य प्रतिनिधि नेता को भेजा है। सऊदी अरब ने नौ बार निचले स्तर के प्रतिनिधि के साथ शिरकत की जिसमें 2017 में एक बार बिना पोर्टफोलियो वाले राज्य मंत्री की भागीदारी शामिल है। जी-20 का अगला शिखर सम्मेलन आगामी वर्ष ब्राजील में होगा।
ये भी पढ़ें:- सूडान के सेना प्रमुख ने अर्धसैनिक समूह को भंग करने का जारी किया आदेश