रामनगर: क्षतिग्रस्त नहरों की सफाई कराने की मांग, किसानों ने दी आंदोलन की धमकी

रामनगर, अमृत विचार। सिंचाई नहरों के क्षतिग्रस्त होने और उनकी सफाई न होने से नाराज उत्तराखंड जन अधिकार संगठन और किसान संघर्ष समिति ने अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग को ज्ञापन सौंप नाराजगी जताई।
उत्तराखंड जन अधिकार संगठन और किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को ग्रामीणों के शिष्ट मंडल द्वारा अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग से मिलकर क्षतिग्रस्त नहरों को सुधारने और नहरों में साफ-सफाई कराने की मांग की।
किसान नेता सुखविंदर सिंह ने कहा कि रामनगर से लेकर बासिटीला गांव तक नहरें कई जगह क्षतिग्रस्त हैं और उनमें मलबा भरा पड़ा है जिस कारण नहरों में पानी कम आता है और मानसून की तैयारी है। खेतों में धान लगाने की तैयारी चल रही है इसके बावजूद नहीं सिंचाई विभाग ने किसी तरह की तैयारी नहीं की है। जिसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ता है। उनके खेतों में पूरा पानी नहीं मिल पाता।
किसान नेता तलविंदर ने विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत किए जाने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान हो रहा है। अगर सिंचाई विभाग का यही रवैया रहा तो आने वाले समय में एक जन आंदोलन किसान सिंचाई विभाग के खिलाफ करेंगे।
किसान संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि इस देश में किसानों की आर्थिक हालत वैसे ही खराब है। ऐसे में विभाग की लापरवाही उन पर भारी पड़ती है। ज्ञापन देने वालों में सुखविंदर सिंह, भास्कर करगेती, तलविंदर सिंह, जोगा सिंह, उत्तराखंड जन अधिकार संगठन के आनंद सिंह नेगी, प्रमोद पपनै, हरेंद्र सिंह, भोगा सिंह, विशन दत्त पांडे आदि मौजूद थे।