अयोध्या: जाड़े में सर्दी से कांपे, गर्मी में तड़प रहे हैं बेजुबान.. गौसंरक्षण और संवर्धन के दावे हवा-हवाई

गौसंरक्षण और संवर्धन के दावे हवा-हवाई, मंत्रियों के निरीक्षण भी रस्म अदायगी रहे  

अयोध्या: जाड़े में सर्दी से कांपे, गर्मी में तड़प रहे हैं बेजुबान.. गौसंरक्षण और संवर्धन के दावे हवा-हवाई

अयोध्या/अमृत विचार। जिले में विकास पर अरबों रुपए की धनराशि खर्च की जा रही है लेकिन गौशालाओं की व्यवस्था के लिए फूटी कौड़ी नहीं है। पिछले जाड़े में जहां सर्दी से बेजुबानों को कांपना पड़ा वहीं गर्मी में तड़पने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि गर्मी में गोशालाओं में पंखें, कूलर और पानी समेत हरे चारे का इंतजाम किया जाए लेकिन यहां कुल 35 गोशालाओं में हालात एक दम उलट है। कहीं भी पंखें और कूलर तो दूर हरे चारे तक की व्यवस्था नहीं है। यह स्थिति तब है जब गाहे-बगाहे सरकार के मंत्रियों द्वारा निरीक्षण किया जाता है और गोवंशों की पूजा की जाती है। 
   
गोशालाओं में व्यवस्था के दावों की पोल 'अमृत विचार' की पड़ताल में खुली। पाया गया कि तहसील मुख्यालयों के साथ - साथ ब्लाक और पंचायत स्तर पर बनीं गोशालाओं में बुरे हालात है। एक अदद नगर निगम की कान्हा गोशाला को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर में छाए का भी पर्याय इंतजाम नहीं किए गए हैं। ऐसे में गोवंश संरक्षण और संवर्धन का नारा बेमानी दिखाई देता है। हास्यास्पद तो यह है कि यह हाल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले जिले अयोध्या में है।

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अयोध्या : बीकापुर की गोशाला में पशुओं को परोसा जा रहा है सूखा चारा

 

बीकापुर विकासखंड क्षेत्र में बनी गौशालाओं की हालत बद से बदतर है। जहां एक तरफ सरकार की ओर से गौशालाओं के लिए हर हालात में हरे चारे, पानी , टीन शेड और इस भीषण गर्मी में पंखे की व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिया है। इसके बाद भी बीकापुर क्षेत्र में बनी गौशालाओं चौरेचंदौली, न्यूना पूरब और मजरूदीनपुर के गौशाला में गोवंश चारा में खाली भूसे का प्रयोग किया जा रहा है। हरा चारा नहीं है और पंखा तक नहीं लगाया गया है।

जबकि खंड विकास अधिकारी ने कई बार जांच करके गौशालाओं के जिम्मेदारों को व्यवस्था में सुधार का निर्देश भी दिया है। चौरे चंदौली की गौशाला का तो नर-मादा सहित कुल 63 जानवर मौजूद है। लेकिन यहां भी कोई व्यवस्था नहीं है। हाई टेंपरेचर के दौरान यहां पंखे की व्यवस्था नहीं है और पशुओं को हरा चारा नहीं नसीब हो रहा है। मजरुद्दीनपुर, नदरौली में भी अव्यवस्था का बोलबाला रहा। इन गौशालाओं के पशु भीषण गर्मी और लू की चपेट में आ रहे हैं। 

नही बन पाई एक भी नई गौशाला 
सोहावल, अयोध्या। गोवंशीय आवारा पशुओं को आश्रय देने के लिए सोहावल में पिरखौली बैदरापुर मसौधा में सिड़हिर, दौलतपुर, मधुपुर में गोशालाएं स्थापित की गई। सिड़हिर में पूरी बनी ही नही तो बैदरापुर के संचालन को लेकर गत वर्ष तमाम सवाल खड़े किए गए। संचालकों की शिकायत है भूसा चारा तीन गुना महंगा हो गया लेकिन बजट आज भी वही 30 रुपये रोज का है। वह भी भुगतान नही मिलता है। ऐसे में पशुओं के लिए बिजली, पंखा का इंतजाम कैसे हो सकता है। यहां किसी भी गौशाला में कोई इंतजाम नहीं है। आठ गोशालाएं तो बिना छायादार हैं।

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अयोध्या : सोहावल की गोशाला में पशुओं के लिए छाया तक का नहीं इंतजाम

 

उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज का कहना है कि गोसेवा भाव अब ग्रामीणों में नहीं है। जो पशु घूम रहे है इनके द्वारा ही छोड़े गए है। कूलर पंखे कहीं नही लगे है। भूसा चारा पानी छाया की व्यवस्था हर गोशाला में है। सहायक विकास अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि लगभग 11 ग्राम पंचायतो में गोशाला निर्माण का काम चल रहा है। कुछ पूर्णता की ओर है।  ग्राम पंचायतों में भूमि की तलाश और निर्माण के लिए तैयारी है। 

यहां भी सब अव्यवस्थित 
गोसाईगंज, अयोध्या। नगर पंचायत गोसाईगंज का गौशाला धारुपुर में स्थापित है। यहां करीब 70 गोवंश भी है। इन सबके लिए चारा,चूनी, चोकर,भूसा व पानी की व्यवस्था भी है लेकिन विद्युत कनेक्शन ना होने से कूलर पंखे नही लग सके है। केयर टेकर जैसराज ने बताया कि सभी गोवंशों को भरपूर चारा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा 30 रुपये रोज का बजट है, जिसने चारे की व्यवस्था ही बड़ी मुश्किल से हो पाता है। ऐसे में पंखा कूलर आदि की व्यवस्था करना मुश्किल है।

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अयोध्या :गोसाईगंज की एकमात्र गोशाला में न पंखा न कूलर न पानी


जिले की कुल 35 गौशाला में गर्मी को देखते हुए पानी की समुचित व्यवस्था वर्षों में छाया निरंतर बनाए रखने का निर्देश है। गर्मी को देखते हुए पशुओं में होने वाली गला घोंटू जैसी बीमारी का वैक्सीन लगा दिया गया है। पशुओं की देखभाल समय-समय पर किया जा रहा है। पंखा कूलर का प्रयास किया गया लेकिन बजट ही नहीं है ...जगदीश प्रसाद, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अयोध्या।