मुरादाबाद: लूट की फर्जी कहानी गढ़ कानून के फंदे में फंसे दो जिगरी दोस्त

कारोबारी की रकम हड़पने की चाह में पुलिस को दी झूठी सूचना, सेल्समैन का स्याह अतीत सामने आते ही ठनका पुलिस का सिर

मुरादाबाद: लूट की फर्जी कहानी गढ़ कानून के फंदे में फंसे दो जिगरी दोस्त

मुरादाबाद, अमृत विचार। खाद-बीज के एक कारोबारी के एक लाख 87,340 रुपये हड़पने की चाह में जिगरी दोस्तों ने न सिर्फ लूट की फर्जी कहानी गढ़ी, बल्कि मूंढापांडे पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की। कथित पीड़ितों के कब्जे से लूट की पूरी रकम बरामद करने के बाद गुरुवार को पुलिस ने दो जिगरी दोस्तों के खेल का भंडाफोड़ कर दिया। दोनों आरोपी गुरुवार को जेल भेज दिए गए।

एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि 25 अप्रैल की रात करीब साढ़े दस बजे यूपी 112 पर लूट की एक सूचना मिली। मझोला थाना क्षेत्र में मंडी समिति एकता कालोनी के रहने वाले मोहित राघव पुत्र मुनेश ने बताया कि मूंढापांडे थाना क्षेत्र में सिरसखेड़ा व हसनगंज गांव के बीच बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचे के बल पर उससे एक लाख 87 हजार 340 रुपये लूट लिए हैं। सूचना मिलने के कुछ ही देर बाद मूंढापांडे थाना प्रभारी आरपी सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, जहां मोहित राघव के अलावा उसका साथी विनय राघव पुत्र शिवकुमार निवासी ग्राम भैसोड़ा थाना असमौली जिला सम्भल मिले।

पूछताछ में मोहित ने बताया कि वह सेल्समैन है। बालाजी ट्रेडर्स के मालिक सतीश चौहान निवासी विकास नगर थाना मझोला व उमेश चौहान निवासी बंगला गांव थाना नागफनी की खाद व कीटनाशक की वह सप्लाई करता है। 25 अप्रैल को शाम चार बजे भार वाहन पर खाद व दवाइयां लेकर वह रामपुर के शहजादनगर स्थित सुहेब खाद भंडार पहुंचा। माल की सप्लाई देने के दुकानदार से एक लाख 64,940 रुपये प्राप्त किया। वहां से दोनों मिलक रामपुर पहुंचे। रियाजुल खाद भंडार पर खाद व दवाइयां उतार कर दुकानदार से 22, 400 रुपये प्राप्त किया।

टोल बचाने के चक्कर में दोनों सेल्समैन नियामतपुर के रास्ते से हाईवे अड्डे की तरफ जा रहे थे। सिरसखेड़ा-हसनगंज मोड़ पर दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने पीछा कर वाहन रुकवा लिया। तमंचे के बल पर बदमाशों ने एक लाख 87, 340 रुपये लूट लिए। फरार होने से पहले लुटेरों ने मोहित राघव का मोबाइल फोन भी छीन लिया।

अतीत खंगालते ही खेल का हो गया भंडाफोड़
मुरादाबाद, अमृत विचार। पुलिस को लूट की सूचना देने वालों का अतीत खंगालते ही लूट के पूरे खेल का भंडाफोड़ हो गया। पुलिस ने पहले विकास नगर मझोला निवासी सतीश चौहान से बात की। मोहित राघव के बावत पूछताछ की। तब सतीश चौहान ने बताया कि बीते सात माह से दोनों उनकी फर्म में काम कर रहे हैं। सात माह में पहला मौका है, जब फर्म के रुपये लूटे गए। इसके पूर्व दोनों कलेक्शन एजेंट मार्केट से रुपये की वसूली कर फर्म में जमा करते रहे हैं।   तब पुलिस ने मोहित राघव की कुंडली व अतीत खंगालना शुरू किया। पड़ोसियों से पूछताछ करते ही पुलिस का सिर चकरा गया।पता चला कि मोहित राघव का लंबा आपराधिक इतिहास है। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में जुटी है। मोहित राघव के खिलाफ अमरोहा के विभिन्न थानों में लूट, हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के कुल पांच मुकदमे दर्ज हैं। जबकि मुरादाबाद के पाकबड़ा थाने में तीन व भगतपुर थाने में दो मुकदमे लूट, हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के दर्ज हैं। पुलिस की सख्त पूछताछ में मोहित व उसके साथी विनय राघव ने लूट की फर्जी कहानी बयां कर दी।

पुराने नुस्खे ने खोल दी मोहित की पोल
मुरादाबाद, अमृत विचार। पुलिस को पता चला कि पूर्व में लूट के जो मुकदमे मोहित राघव के खिलाफ दर्ज हैं, उनकी कहानियां भी मूंढापांडे लूटकांड की तर्ज पर ही गढ़ी गई हैं। मोहित ने बताया कि शहजादनगर से मुरादाबाद रवाना होते समय दोनों ने लूट की फर्जी कहानी गढ़ने की योजना बनाई। इसके तहत मोहित ने लूट की सूचना विनय राघव के मोबाइल फोन से दी। जबकि, अपना मोबाइल फोन बदमाशों द्वारा लूटे जाने की जानकारी पुलिस को दी। मोहित राघव की कहानी पर पुलिस को संदेह हो गया। पूरी धनराशि छोटा हाथी के ड्राइवर सीट के नीचे छिपाकर रखी गई थी। दोनों आरोपियों के कब्जे से एक तमंचा व दो कारतूस भी बरामद हुए। आर्म्स एक्ट व लूटपाट की रिपोर्ट दर्ज करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

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