लखनऊ: देवपुर पारा के आवासों की वसूली न होने पर नोटिस
आठ अभियंता व चार ठेकेदार पाए गए थे दोषी
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अमृत विचार, लखनऊ। देवपुर पारा के आश्रयहीन आवासों की खराब गुणवत्ता में दोषी पाए गए अभियंताओं व ठेकेदारों ने धनराशि जमा नहीं की है। इस पर शासन ने नाराजगी जताई है और लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने पूर्व में तैनात रहे आठ अभियंता व चार ठेकेदार को दोबारा नोटिस भेजा है।
वर्ष 2000-01 में लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से देवपुर पारा में आश्रयहीन योजना के तहत आवास बनाए गए थे। जिसमें दो हजार आवास की गुणवत्ता खराब होने पर 2014 में तोड़े गए थे। निर्माण में एलडीए के 3.79 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। आवासों का निर्माण चार ठेकेदार ने कराया था। यह मामला हाईकोर्ट में चला था। इस पर एलडीए ने मामले की जांच कराई थी। जिसमें चार ठेकेदर, तीन अधिशासी अभियंता, दो सहायक अभियंता, तीन अवर अभियंता दोषी पाए गए थे। एक अवर अभियंता को छोड़कर बाकी सेवानिवृत हो चुके हैं।
ऐसे में शासन ने इन सभी से बराबर धनराशि वसूल करने के आदेश दिए थे। इस संबंध में चार माह पहले सभी को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन, धनराशि जमा नहीं की गई है। जिसका शासन ने दोबारा संज्ञान लिया है। जिसके क्रम में एलडीए ने इन सभी वसूली के लिए चेतावनी देकर दोबारा नोटिस जारी किया है।
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