बरेली: सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक फोरलेन का रास्ता साफ, अगले महीने निर्माण शुरू होने की उम्मीद

बरेली: सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक फोरलेन का रास्ता साफ, अगले महीने निर्माण शुरू होने की उम्मीद

बरेली, अमृत विचार। सेटेलाइट तिराहे से बड़ा बाईपास तक फोरलेन रोड बनाने का रास्ता साफ हो गया है। 11.18 किमी लंबी इस सड़क को फोरलेन करने पर 6.75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पीलीभीत बाईपास फोरलेन होने के साथ बड़ा बाईपास पर भारतमाला कॉरिडोर से जुड़ेगा। बुधवार को इस फोरलेन प्रोजेक्ट के टेंडर खुलने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अगले महीने काम शुरू हो जाएगा। इस फोरलेन का निर्माण पीडब्ल्यूडी दो हिस्सों में करेगा।

पीडब्ल्यूडी के अफसरों के मुताबिक बड़ा बाईपास से सितारगंज तक 71 किलोमीटर की सड़क भारतमाला कॉरिडोर में शामिल है। एनएचएआई बड़ा बाईपास से सितारगंज तक रोड को फोरलेन कर रहा है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सेटेलाइट तिराहे से बड़ा बाईपास तक जाने वाले पीलीभीत बाईपास को भी फोरलेन करने की कवायद काफी समय से चल रही थी। कभी इस प्रोजेक्ट के टेंडर निरस्त हुए तो कभी कोई और अड़ंगा लगता रहा। इस वजह से पीलीभीत बाईपास बरेली का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग होने के बावजूद यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ सका। पीडब्ल्यूडी ने इस प्रोजेक्ट का निर्माण दो हिस्सों में करने का निर्णय लिया है। लिहाजा 14 फरवरी को दो टेंडर निकाले गए थे।

इसमें बड़ा बाईपास से 6.17 किलोमीटर सड़क का टेंडर 274 लाख रुपये में हुआ। सेटेलाइट तिराहे से पीलीभीत रोड की ओर 5.1 किलोमीटर का दूसरा टेंडर एक आपत्ति आने के कारण निरस्त कर दिया था। बुधवार को यह भी टेंडर प्रक्रिया हो गई। इस मार्ग को चौड़ा करने पर 401 लाख रुपये खर्च होंगे। एक्सईएन नारायण सिंह ने बताया कि सेटेलाइट तिराहे से बड़ा बाईपास तक फोरलेन बनाने का काम इसी महीने के अंत तक शुरू हो जाएगा। यह मार्ग शहर का अति महत्वपूर्ण मार्ग है। लोगों को आने-जाने में काफी सहूलियत मिलेगी। सेटेलाइट की ओर से सड़क की चौड़ाई दोनों लेन में सात-सात मीटर की जाएगी। बड़ा बाईपास की ओर से निर्माण अगले महीने शुरू होने की संभावना है।

2021 में भेजा था प्रस्ताव, पिछले साल मिली मंजूरी
सेटेलाइट तिराहे से बड़ा बाईपास तक सड़क को चौड़ा करने के लिए पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने 2021 में मंजूरी दी थी। इसके बाद एस्टीमेट को अंतिम स्वीकृति के लिए शासन भेज दिया गया था लेकिन दो बार कमियां बताकर प्रस्ताव लौटा दिया गया था। पिछले साल एक बार फिर अधिकारियों ने प्रस्ताव मुख्यालय भेजा था। 2022 में इसे हरी झंडी मिल गई। इसके बाद शासन को रिवाइज एस्टीमेट भेजा गया। वहां से पौने सात करोड़ रुपये की मंजूरी मिलने के बाद अब टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

एयरपोर्ट शुरू होने से बढ़ा पीलीभीत रोड का महत्व
पीलीभीत रोड पर एयरपोर्ट, रुहेलखंड विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज के साथ कई बड़े अस्पताल भी हैं। एयरपोर्ट पर आने वाले तमाम वीआईपी पीलीभीत बाईपास के जरिए सिविल लाइंस में सर्किट हाउस तक पहुंचते हैं। अफसरों की मानें तो पीलीभीत बाईपास के फोरलेन होने के बाद ट्रैफिक का आना-जाना आसान हो जाएगा। उत्तराखंड-दिल्ली और दूसरे राज्यों से सेटेलाइट स्टैंड पर आने वाली बसें पीलीभीत बाईपास से ही गुजरती हैं।

ये भी पढे़ं- बरेली: 25 फरवरी से शहर और कस्बे में जमा नहीं होंगे बिजली बिल, सुधार कार्य के चलते बंद रहेंगी सेवाएं