बाराबंकी: फिर नहीं हो सकी नगर पंचायत बोर्ड की बैठक, सभासदों में आक्रोश, बताया दुर्भाग्यपूर्ण
रामसनेहीघाट/बाराबंकी, अमृत विचार। नवसृजित नगर पंचायत रामसनेही घाट को नगर पंचायत का दर्जा मिले लगभग तीन वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है। नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुए भी डेढ़ वर्ष से अधिक बीत चुका है। नियमों के अनुसार प्रत्येक माह नगर पंचायत बोर्ड की बैठक होनी चाहिए। लेकिन बोर्ड की बैठक नियमों के अनुसार नहीं हो पा रही है।
विगत एक माह पूर्व दिसंबर माह में बोर्ड की बैठक होनी थी, लेकिन उस वक्त स्थगित हो गई। फिर जनवरी माह के दूसरे सोमवार को बोर्ड सदस्यों की बैठक निश्चित हुई। जिसमें सभासदों, नगर पंचायत अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी को शामिल होना था। बता दें कि बैठक में भिन्न भिन्न वार्डों के कार्यों का प्रस्ताव रखा जाता है। जिस पर अध्यक्ष अपना मत रखते हुए कार्यों को अग्रिम रूप प्रदान करते हैं। लेकिन इस बार भी बैठक को नगर पंचायत अध्यक्ष ने अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए निरस्त कर दिया।
उन्होंने कार्यालय में लिखित रूप से बैठक स्थगित करने का पत्र दिया। जिसके बाद सभी सभासदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष के इस कदम की पुरजोर आलोचना करते हुआ अपना आक्रोश व्यक्त किया। सभासदों ने कहा कि इस तरह से हर बार बोर्ड की बैठक को स्थगित करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
नहीं लग सका चेयरमैन और सभासदों का शिलापचट्ट
नगर पंचायत रामसनेहीघाट में अधिशासी अधिकारी व कर्मचारियों की उदासीनता के चलते नए कार्यालय में संबंधित चेयरमैन और सभासदों के नाम के शिलापट्ट अभी तक नहीं लग सके है। यह शिलापट्ट महीनों से बने यहां रखे हैं और धूल फांक रहे हैं, लेकिन लापरवाही के चलते इन्हें निर्धारित स्थान पर स्थापित नहीं किया जा रहा है।
बता दें कि शिलापट्ट पर चेयरमैन और सभी सभासदों के नाम लिखे हैं, लेकिन उसे स्थाई रूप से स्थापित न किए जाने से चर्चाओं का बाजार गर्म है। नगर पंचायतवासी भी इसपर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. ज्ञान प्रकाश यादव से संपर्क करके जानकारी चाही गई, तो उन्होंने मामले की आवश्यकता पर पलड़ा डालने की पूरी कोशिश की। वहीं नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि एक दो दिन के भीतर शिला पट्ट लग जाएगा। कार्यालय में धूल न हो इस लिये छुट्टी के दिन लगवाया जाएगा।
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