बरेली: पत्नी को भगाकर ले गया बचपन का दोस्त, तीन महीने से ढूंढ रहा पति, पुलिस से उठा विश्वास
बरेली, अमृत विचार। जिले में बचपन के एक दोस्त ने अपने दोस्त को ऐसा जख्म दिया है, जो शायद ही कभी भर पाए। जिस दोस्त पर खुद से ज्यादा भरोसा किया, वही दोस्त उसके पीठ पीछे उसकी पत्नी को भगाकर ले गया। जब पीड़ित दोस्त को इसकी जानकारी हुई तो उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन तीन महीने होने को हैं। फिर भी पुलिस उसकी पत्नी को तलाश नहीं कर पाई है और न ही आरोपी को पकड़ सकी।
वहीं आज पीड़ित ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसएसपी से मुकदमे की विवेचना किसी दूसरे थाने से कराने की गुहार लगाई है। दरअसल, मामला कैंट थाना क्षेत्र में वीरांगना चौक के पास का है, जहां का रहने वाला रिचर्डसन उर्फ रिक्की मूलरूप से दक्षिण भारत के बैंगलोर से है। जो सेंट स्टीफन चर्च में केयर टेकर है और वहीं अपनी मां के साथ रहता है, जबकि उसके पिता का देहांत हो चुका है। रिचर्डसन के पिता सेना में थे और 2001 में उनकी पोस्टिंग बरेली में हुई थी।
इस बीच रिचर्डसन की दोस्ती कैंट के बुरजी मोहल्ला में रहने वाले निजाम से हो गई। समय के साथ दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गई और एक-दूसरे के घर पर भी आना जाना शुरू हो गया। वहीं साल 2019 में रिचर्डसन की शादी हो गई, जिसके बाद भी निजाम का उसके घर आना लगातार जारी रहा। इस दौरान रिचर्डसन की पत्नी और निजाम के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। जिसकी भनक लगते ही निजाम के घर आने पर पाबंदी लगा दी गई, उसके बाद भी निजाम रिचर्डसन की पत्नी से चोरी छिपे घर आकर मिलता रहा।
वहीं बीते साल 28 नवंबर को निजाम अपने बचपन के दोस्त रिचर्डसन की पत्नी को लेकर भाग गया। काफी तलाशने के बाद भी जब पत्नी नहीं मिली तो रिचर्डसन ने कैंट थाने में निजाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पत्नी को वापस दिलाने की फरियाद की। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिस पर पीड़ित ने एसएसपी से मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई थी। उसके बाद भी थाना पुलिस ने न तो उसकी पत्नी को बरामद किया और न ही आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई की।
इस मामले को लगभग तीन महीने होने वाले हैं। आखिर में पुलिस की हीलाहवाली से परेशान होकर पीड़ित रिचर्डसन मंगलवार को एक बार फिर एसएसपी ऑफिस पहुंचा और अब मुकदमे की विवेचना किसी दूसरे थाने से कराने की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि उसका कैन्ट थाना पुलिस से विश्वास उठ गया है। वह साउथ इंडियन है, जिसकी वजह से पुलिस उसकी कोई मदद नहीं कर रही है।
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