हल्द्वानीः तहसील दिवस में नहीं मिले अधिकारी, फूटा गुस्सा 

हल्द्वानीः तहसील दिवस में नहीं मिले अधिकारी, फूटा गुस्सा 

हल्द्वानी, अमृत विचार। मंगलवार को तहसील दिवस के मौके पर बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे, लेकिन समस्याएं सुनने के लिए कोई अधिकारी मौके पर नहीं मिला। इससे लोगों में रोष फैल गया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन कर अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया।
 
प्रत्येक माह के पहले मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन होता है। जिसमें लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। मंगलवार को इंदिरानगर क्षेत्र के लोग पूर्व पार्षद शकील अहमद सलमानी के नेतृत्व में समस्याएं लेकर तहसील पहुंचे। लेकिन वहां किसी अधिकारी को ना पाकर लोग भड़क गए और नारेबाजी शुरू कर दी। 

पूर्व पार्षद सलमानी ने कहा कि हर बार तहसील दिवस से कोई न कोई अधिकारी नदारद रहता है। समस्याएं लेकर आने वाले लोग कार्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं। आज भी कई लोग पेंशन समेत कई समस्याएं लेकर आए थे लेकिन मौके पर न कोई अधिकारी मिला और न ही उनके प्रतिनिधि। कहा, कि गरीब जनता की समस्याओं का एक छत के नीचे समाधान हो सके। इसके लिए सरकार ने तहसील दिवस करने का आदेश दिया है, लेकिन अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। 

उन्होंने इंदिरानगर बड़ी सड़क का निर्माण करने, वार्ड-32 में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने तथा बीपीएल कार्ड धारकों को मिट्टी तेल और चीनी दिलाने की मांग उठाई। नारेबाजी करने वालों में मदन गोपाल, वसीम खां, आशिफ सलमानी, मसरूर, शब्बीर अल्वी, अजहर मालिक, मो. अकील, साहिल सलमानी, सुधंद, देवकी देवी, शोभा देवी, सुधा, राखी, रुखसार, यासमीन, रिहाना, सुगरा, शाहजहां, नूरजहां, अंजू समेत कई लोग शामिल रहे।