पीलीभीत: बाघ ने ग्रामीण को बनाया निवाला, गन्ने के खेत में टुकड़ों में मिला शव

पीलीभीत, अमृत विचार। सर्दी के मौसम में जंगल से निकलकर आबादी के बीच पहुंचे बाघ ने एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया। सोमवार सुबह उसका शव एक गन्ने के खेत में टुकड़ों में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम ने जब शव उठाने का प्रयास किया तो ग्रामीण भड़क उठे। डीएफओ के आश्वासन पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
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न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव टांडा बिजेसी निवासी 35 वर्षीय गोकुल मलिक पुत्र कृष्ण मलिक पेशे से राजमिस्त्री था। वह रोजाना की तरह मजदूरी करने के लिए उत्तराखंड के गांव वनगांव जाता था। रविवार को भी वह मजदूरी करने के लिए गया था। देर शाम वह पैदल खेत के रास्ते से घर जा रहा था तभी रास्ते में बाघ ने हमला कर दिया। युवक के घर न पहुंचने पर उसकी पत्नी और बच्चे परेशान हो उठे। जिसके बाद सोमवार सुबह गोकुल की तलाश में ग्रामीण निकले। ग्रामीण के घर से कुछ दूरी पर उसका शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला।
सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम और पुलिस ने जब शव उठाने का प्रयास किया तो परिजन भड़क उठे। मौके पर पहुंचे डीएफओ संजीव कुमार ने परिवार को आश्वस्त करते हुए सरकार की ओर से पांच लाख रुपए मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया है।
ग्रामीण पर बाघ ने हमला किया था जिससे उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं परिवार को सरकार की ओर से पांच लाख रुपए मुआवजा भी दिलवाया जाएगा। - संजीव कुमार, डीएफओ।
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