अयोध्या: रामलला के चढ़ावे को गिनने के लिए बुलानी पड़ी मशीन, लाखों में आ रही है चिल्लर

अयोध्या: रामलला के चढ़ावे को गिनने के लिए बुलानी पड़ी मशीन, लाखों में आ रही है चिल्लर

अमृत विचार, अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के हुंडी में चढ़ावे के अलावा तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के काउंटर पर रसीदों के जरिए जमा हो रही समर्पण राशि का संयुक्त आंकड़ा एक करोड़ हर माह हो चुका है। मंदिर के हुंडी में चढ़ाई जाने वाली धनराशि की गिनती मंदिर निर्माण शुरू होने से पहले महीने दो बार पांच व 20 तारीख को होती थी। अब यह गिनती हर दिन होती है।

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्त का कहना है कि भारतीय स्टेट बैंक की शाखा अयोध्या के बैंक कर्मी इस गणना के लिए नियुक्त किए गये हैं। उनके साथ तीर्थ क्षेत्र के कर्मचारी धनराशि की गणना में सहायक रहते हैं, और लगभग प्रतिदिन गणना चलती है। नोटों की गणना मशीन से ही होती है, जबकि चिल्लर की गणना मैनुअल होती है। यहां चिल्लर भी लाखों में रहते हैं। 

तीर्थ क्षेत्र के प्रभारी गुप्त के अनुसार रामलला के मंदिर के पीछे गोपनीय कक्ष में सीसीटीवी की निगरानी में चढ़ावे की धनराशि की गणना की जाती है। वह यह भी बताते हैं कि मंदिर में गोदरेज के दानपात्र में डबल लॉक है। एक ताले की चाभी बैंक कर्मी तो दूसरे ताले की चाभी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से अधिकृत व्यक्ति के पास ही रहती है। बैंक कर्मियों के आने पर संयुक्त रुप से ताले को खोलकर धनराशि की गणना कराई जाती है।

पीएनबी व बीओबी में भी है खाता 
तीर्थ क्षेत्र का खाता भारतीय स्टेट बैंक के अलावा पंजाब नेशनल बैंक व बैंक आफ बड़ौदा में भी है। एसबीआई के अतिरिक्त शेष दोनों बैंकों की ऑनलाइन धनराशि जमा कराने के अलावा कोई भूमिका नहीं है। इन बैंकों से ट्रांजेक्शन भी बहुत कम है। प्रतिदिन दो बैंक कर्मियों के साथ चार सहायक मंदिर आते है और फिर चढ़ावे की धनराशि की गिनती कराकर सायं चार बजे स्वयं ही ले जाकर बैंक में जमा भी कराते हैं।

यह भी पढ़ें;-खबर का असर: बीएसए ने जारी की चिट्ठी, इन शिक्षकों के खिलाफ की जाएगी बड़ी कार्रवाई