बदायूं: धोखाधड़ी करके उखाड़ा टॉवर, आरोपी गिरफ्तार, बरामद हुआ माल

बदायूं, अमृत विचार : बिसौली कोतवाली पुलिस ने पूरा टॉवर चोरी करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से टॉवर के पुर्जे बरामद हुए। उसने खुद को टॉवर की जीटीएल कंपनी का सर्किल इंचार्ज बताकर टॉवर उखड़वा लिया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस को उसकी तलाश थी। पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा गया।
कोतवाली बिसौली क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुर के एक घर में जीटीएल कंपनी का 60 मीटर ऊंचा और 10 से 12 टन वजन का टॉवर और 20 केवी का जेनरेटर लगा था। जो काफी समय से बंद था। मकान मालिक ने कंपनी को सूचना देकर टॉवर का बकाया किराया देने और टॉवर हटाने को कहा था। कंपनी की ओर से कोई अधिकारिक व्यक्ति नहीं पहुंचा लेकिन तकरीबन 9 महीने पहले बरेली के थाना सिरौली क्षेत्र के गांव ताखा उर्फ सकुटिया निवासी नीरज पुत्र ननुकी सिंह मकान मालिक के पास पहुंचा और खुद को कंपनी का सर्किल इंचार्ज बताया।
कहा कि कंपनी ने उन्हें भेजा है। मकान मालिक को चार साल किराए के बकाया 2 लाख 19 हजार रुपये देकर टॉवर उखड़वाकर ले गया। मकान मालिक को कंपनी की ओर से फर्जी शपथ पत्र और अन्य दस्तावेज दिए। कंपनी के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी हुई तो टैक्नीशियन जिला मेरठ के मंगल पांडेय नगर निवासी मुकेश मिश्रा की ओर से पुलिस को धोखाधड़ी की तहरीर दी गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। विवेचना के बाद पुलिस ने अन्य धाराओं की वृद्धि की।
रविवार रात पुलिस ने बिसौली क्षेत्र में अरिल नदी के पास से आरोप नीरज को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी निशानदेही पर 112 छोटे-बड़े एंगल, 19 पत्ती, 6 टी ज्वाइंट, 3 क्लैम्प, एक एंगल का रिंग, 6 पाईप छोटे-बड़े, 5 पाईप टी जुड़े हुए के अलावा शपथ पत्र की छायाप्रति और मोबाइल फोन बरामद हुआ। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि उसने गांव में लगे एक टॉवर पर डेढ़ साल गार्ड की नौकरी की थी। टॉवर के बारे में उसे पूरी जानकारी है। वह टॉवर उखड़ने के बाद फाउंडेशन का ठेका लेने लगा।
अच्छा मुनाफा होने पर लालच बढ़ गया। वह बंद गांवों में घूमकर बंद पड़े टॉवर की जानकारी करता है। लक्ष्मीपुर के टॉवर पर एक साल पहले आया था। मकान मालिक ने कहा था कि 2018 से टॉवर बंद है। कंपनी ने किराया भी नहीं दिया है। जिसके दो महीने बाद नीरज फिर से गांव आया।
मकान मालिक से कहा कि टॉवर कहीं और शिफ्ट होगा। उनका किराया मिल जाएगा। जिसके बाद लगभग नौ महीने पहले फर्जी शपथ पत्र तैयार कराकर टॉवर उखड़वा लिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह, हेड कांस्टेबिल रिजाबुल हसन, अजय कुमार, अमित कुमार रहे।
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