बरेली: मुरादाबाद पुलिस अकादमी में घोड़े हुए थाइलेरियोसिस से संक्रमित
बरेली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्थित पुलिस अकादमी में पिछले दिनों थाइलेरियोसिस संक्रमण से ग्रसित तीन घोड़ों की मृत्यु के बाद पांच अन्य घोड़ों में भी संक्रमण मिला है जिनका इलाज बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान (आईवीआरआई ) रेफरल पालीक्लीनिक में किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- बरेली: अवैध रूप से चल रहे अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा.अभिजीत पावडे ने बुधवार को बताया कि घोड़ों में थाइलेरियोसिस संक्रमण होने से उनका हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। अश्व अनुसंधान संस्थान, हिसार की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। संक्रमित घोड़ों का इलाज कराया जा रहा है। जल्द ही वे स्वस्थ हो जाएंगे और गंतव्य स्थान पर रवाना कर दिए जाएंगे। डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी मुरादाबाद में 32 घोड़े थे।
तीन घोड़े की मृत्यु होने के बाद अब 29 घोड़े बचे हैं। मध्य प्रदेश ग्वालियर में आयोजित प्रतियोगिता में नौ नवंबर को 18 घोड़े भेजे गए थे, जो यहां 28 नवंबर को वापस आ गए थे। उसी रात में थोरोब्रिड इंग्लिश प्रजाति की घोड़ी ‘ब्लैक ब्यूटी’ की तबीयत बिगड़ गई और अगले ही दिन यानी 29 नवंबर को उसकी मृत्यु हो थी। उसकी उम्र 12 वर्ष थी। बाकी बीमार घोड़ों को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान बरेली (आई वीआरआई ) रेफरल पालीक्लीनिक में भर्ती कराया गया था।
जहाँ दूसरे घोड़े शाहीन की 30 नवम्बर और दो दिसम्बर को तीसरे घोड़े पोरस की 12 वर्ष की उम्र में मौत हो गयी थी। जो घोड़े मरे उनका भी हीमोग्लोबिन 9.5 से कम था। डा. पावडे ने बताया कि सामान्य रूप में घोड़ों का हीमोग्लोबिन भारतीय पशु चिकित्सा अनुसार 14 प्रतिशत रहता है।
आईवीआरआई में थोरोब्रिड इंग्लिश घोड़ी राखी (27) और स्वास्तिक देशी घोड़ा (17) स्वस्थ होने पर मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब तीन घोड़ों का इलाज चल रहा है जिसमें एक थोरोब्रिड इंग्लिश, एक थोरोब्रिड इंडियन और तीसरा घोड़ा देशी प्रजाति का है । आठ घोड़ों के सैंपल तीन दिसंबर को भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट आने पर पता चला है कि थाइलेरियोसिस संक्रमण था। घोड़ों में खून सैंपल से पता चला कि उनके दाना व चारा में अधिक नाइट्राइट मिला है।
यह भी पढ़ें- बरेली: कमिश्नर संयुक्ता ने कहा- जरूरतमंद को कंबल और अलाव मुहैया होंगे