पीलीभीत: उत्पीड़न से तंग आकर महिला सिपाही के बेटे ने दी थी जान !
पीलीभीत, अमृत विचार। शराब के लिए और रंगदारी के पंद्रह हजार रुपये न देने पर आए दिन मिल रही धमकी से तंग आकर महिला सिपाही के पुत्र ने खुदकुशी की थी। आरोपी घर पहुंचकर उसके साथ मारपीट भी करते थे। महिला सिपाही के समझाने के बाद भी उत्पीड़न करना नहीं छोड़ा। इस मामले में कोतवाली पुलिस महिला सिपाही से मिली तहरीर पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
कोतवाली में दी गई तहरीर में पुलिस लाइन नई बिल्डिंग की रहने वाली कांस्टेबल मीना राजपूत ने बताया कि उसका पुत्र सौरभ उनके साथ ही रहता था। 23 दिसंबर 2024 को वह ट्रेनिंग के लिए पीटीएस मेरठ चली गई थी। दीपेश ठाकुर नामक युवक आए दिन दबंगई के बल पर अक्सर शराब पीने के लिए उनके पुत्र से रुपये वसूल करता था। रुपये न देने पर मारपीट करता था। इससे तंग आकर पुत्र सौरभ राजपूत ने इसकी जानकारी उन्हें दी थी। वार्ता कर समझाने का प्रयास भी किया। इसके बाद भी दीपेश ठाकुर धमकी देने लगा कि पीड़िता के बेटे को मरने के लिए मजबूर कर देगा। रंगदारी के तौर पर 15 हजार रुपये भी मांगे। सुरक्षा के लिहाज से सौरभ 24 दिसंबर को कांधरपुर बरेली स्थित आवास पर पहुंच गया। वहां पर भी दीपेश पहुंचा और बेटे से मारपीट की। 28 दिसंबर को सौरभ अपना कुछ जरूरी सामान लेने बरेली से पीलीभीत आया था। इसकी जानकारी दीपेश को लगी और वह सैफ नामक युवक के साथ पीड़िता के सरकारी आवास पर पहुंचा और बेटे से जबरन शराब मंगवाने लगा। डर के चलते बेटे सौरभ ने दोनों को शराब लाकर दे दी। सौरभ को भी जबरन शराब पिलाई। आरोपी घर में रखे कुंडल, चेन, झुमकी भी चोरी कर ले गए। सौरभ को दूसरे स्थान पर ले जाकर मारपीट भी की। 29 दिसंबर को बेटे ने डर के चलते फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। 30 दिसंबर को बेठे का शव सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला। कोतवाली पुलिस ने महिला कांस्टेबल की तहरीर पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
खुद मर जाना, वरना हम मार देंगे..
महिला सिपाही ने दर्ज कराई रिपोर्ट में ये भी बताया कि मुख्य आरोपी दीपेश ने उन्हें भी धमकाया था। कहा था कि चाहे कहीं पर भी शिकायत कर लो, उसके पिता दरोगा हैं, उसका कुछ नहीं होगा। वहीं, पीड़िता की गैरमौजूदगी में बेटे को धमकाते हुए कहा था कि खुद ही खुदकुशी नहीं की तो दूसरे दिन आकर वह उसे मार देगा। इसी धमकी से घबराकर बेटे ने सरकारी आवास में फंदे से लटककर अपनी जान दे दी।