कानपुर: खेलकूद प्रतियोगिता के नाम से शिक्षकों से 500 की वसूली, एक लेटर ने बढ़ा दी हलचल

कानपुर: खेलकूद प्रतियोगिता के नाम से शिक्षकों से 500 की वसूली, एक लेटर ने बढ़ा दी हलचल

कानपुर, अमृत विचार। खेलकूद प्रतियोगिता के नाम पर प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों से रुपये लिए जा रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 500 रुपये सहयोग राशि के रूप में ली जा रही है। बिधनू समेत जनपद के कई ब्लॉक से इसकी शिकायत की गई है। शिक्षक संगठनों ने भी रुपये लेने का विरोध किया है। …

कानपुर, अमृत विचार। खेलकूद प्रतियोगिता के नाम पर प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों से रुपये लिए जा रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 500 रुपये सहयोग राशि के रूप में ली जा रही है। बिधनू समेत जनपद के कई ब्लॉक से इसकी शिकायत की गई है। शिक्षक संगठनों ने भी रुपये लेने का विरोध किया है। खास बात यह है कि, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं है।

प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में हर साल खेलकूद प्रतियोगिता कराई जाती है। जिसके लिए ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी तैनात शिक्षकों से सहयोग स्वरूप 500 रुपये मांग रहे हैं। ताकि, प्रतियोगिता को कराया जा सके। उ.प्र. बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष मो. परवेज आलम ने बताया कि विभाग और शासन खेलकूद प्रतियोगिता के लिए बजट देती है।

कहा कि शिक्षक विरोध तो करते हैं लेकिन लिखित शिकायत नहीं करते हैं। इसलिए किसी पर आरोप नहीं लगा सकते। एक शिक्षक ने नाम न लिखने की शर्त पर अमृत विचार को बताया कि बिधनू ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा रुपये लिये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई और ब्लॉक में भी नियम के विरुद्ध सहयोग के रूप में रुपये लिए जा रहे हैं।

अधिकारियों में मच हड़कंप
इस संबंध में जानकारी मांगने के बाद जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में हड़कंप मच गया है। बीएसए ने एक के बाद एक कई शिक्षा अधिकारियों से इस बारे में पूछताछ शुरू कर दी है।

संतकबीरनगर के बीएसए का पत्र आया सामने
संतकबीर नगर के बीएसए द्वारा जारी एक पत्र सामने आया है। जिसमें उन्होंने शिक्षकों से खेलकूद प्रतियोगिता के लिए पैसे लेने पर खेद जताया है। उन्होंने लेटर जारी कर तत्काल इसपर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। कहा कि विभाग द्वारा जारी बजट से ही प्रतियोगिता कराई जाए। अगर रुपये लिया गया तो खंड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इसके साथ विभागीय कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है।

अगर ऐसा है तो यह बहुत गलत है। ब्लॉक खंड अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। लेटर जारी कर इसपर रोक लगाई जाएगी …सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए, कानपुर।