निघासन पहुंचे आठवले, कहा- साढ़े सोलह लाख की आर्थिक सहायता, भाई को मंत्रालय में मिलेगी नौकरी

लखीमपुर-खीरी/निघासन, अमृत विचार। शुक्रवार को सामाजिक न्याय और अधिकारिता केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले निघासन पहुंचे। उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्यारों की शिकार हुईं दो नाबालिग बहनों के गांव जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम जाना। शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों से बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवार को साढ़े सोलह लाख …

लखीमपुर-खीरी/निघासन, अमृत विचार। शुक्रवार को सामाजिक न्याय और अधिकारिता केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले निघासन पहुंचे। उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्यारों की शिकार हुईं दो नाबालिग बहनों के गांव जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम जाना। शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों से बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवार को साढ़े सोलह लाख रुपये और एक भाई को मंत्रालय में नौकरी देने की घोषणा की।

केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि यह घटना अत्यंत गंभीर है। घटना मानवता को कलंकित करने वाली है। आरोपियों ने खुलेआम दोनों बहनों को को घर से ले जाकर उनके साथ गंभीर अपराध किया है। मंत्रालय की तरफ से साढ़े सोलह लाख रुपये की आर्थिक मदद और एक भाई को मंत्रालय में नौकरी दी जाएगी।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक एकड़ जमीन का पट्टा परिवार को देने की घोषणा की है। पक्का मकान भी दिया जाएगा। पीड़ित परिजनों के साथ सरकार 25 लाख की मदद देने के लिए भी आगे आई है। रामदास आठवले ने कहा कि गांव से आरोपी दोनों बहनों को ले जा रहे थे। ऐसे में गांव के लोगों को भी जवाबदेही की आवश्यकता है। पुलिस जांच में जो आरोपी संलिप्त पाए जाएंगे। उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी। परिवार के साथ करीब आधे घंटे तक बातचीत करने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री मुख्यालय रवाना हो गए।

पिता बोला, गवाह बनी मां को हड़काती है पुलिस
निघासन-खीरी। घटना के बाद एसआईटी की जांच चल रही है। मर्डर सीन का रीक्रिएशन होने के बाद पुलिस पर दोबारा आरोप लगने शुरू हो गए हैं। यह आरोप पीड़ित परिजनों की तरफ से लगाए जा रहे हैं। शुक्रवार को मिलने आए केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठावले से भी पीड़ित परिवार ने अपना दर्द साझा किया।

पुलिस की करतूतों के बारे में बताया। मृतक दोनों बहनों के पिता ने बताया कि पुलिस बहुत दबाव बना रही है। प्रत्यक्षदर्शी गवाह मृतक बेटियों की मां है। जिसने यह मंजर अपनी आंखों के सामने देखा है। घर के बाहर से दोनों बेटियों को घसीटते हुए ले जाते पत्नी ने देखा था। इसी बात की गवाही को लेकर पुलिस दबाव बना रही है। गवाहों को भी गुमराह और डराने का काम कर रही है। इससे पहले घटना के दिन ही पुलिस ने पत्नी के साथ जमकर अभद्रता की थी। वहीं गवाही को लेकर पुलिस दोनों मृतक बेटियों की मां को हड़काती है और अनैतिक दबाव बना रही है।

एक गवाह की बाइक कोतवाली के बाहर से चोरी
सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या मामले के एक गवाह की बाइक कोतवाली के बाहर से चोरी हो गई। वह कोतवाली गवाही देने आया था। दोनों बहनों के गांव के रहने वाले बलवंत ने बताया कि वह कोतवाली के बाहर बाइक खड़ी करके बयान देने के लिए चला गया। जब वह वापस लौटा तो देखा उसकी बाइक गायब थी। काफी तलाश के बाद भी बाइक नहीं मिली। उसने बाइक चोरी होने की तहरीर पुलिस को दी है।

केंद्रीय मंत्री के सामने इंस्पेक्टर पर उठी उंगली
पीड़ित मां से अभद्रता करने वाले इंस्पेक्टर पर केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले के सामने भी बात उठी। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए रामदास आठवले ने पुलिस की गलत कार्यशैली पर बताया कि अगर ऐसी घटना में पुलिस मदद की जगह उपहास करती है तो वह इंस्पेक्टर पर कार्रवाई होना जरूरी है।

वहीं मृतक दोनो बहनों की मां ने एसआईटी जांच में शामिल निघासन प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर चंद्रभान यादव पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आरोपी इंस्पेक्टर को एसआईटी जांच में शामिल करना परिजनों को भारी पड़ेगा। इसलिए इंस्पेक्टर को जांच में शामिल करना कहा का न्याय है। परिजनों को आशंका है कि इंस्पेक्टर जांच में हस्तक्षेप कर सकता है। फिलहाल केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कार्रवाई का आश्वासन पीड़ित परिवार को दिया है।

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