इटावा: रामलीला महोत्सव के कार्यक्रमों को किया गया घोषित

इटावा: रामलीला महोत्सव के कार्यक्रमों को किया गया घोषित

इटावा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जसवंत नगर की मैदानी रामलीला इस बार काफी जोरदार ढंग से प्रदर्शित किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई है श्री रामलीला समिति की ओर से रामलीला महोत्सव के कार्यक्रमों को घोषित कर दिया गया है इस बार सड़कों पर राम – रावण दलों के बीच दर्शाया जाने वाला घमासान युद्ध …

इटावा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जसवंत नगर की मैदानी रामलीला इस बार काफी जोरदार ढंग से प्रदर्शित किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई है श्री रामलीला समिति की ओर से रामलीला महोत्सव के कार्यक्रमों को घोषित कर दिया गया है इस बार सड़कों पर राम – रावण दलों के बीच दर्शाया जाने वाला घमासान युद्ध 3 दिन तक चलेगा। इसके अलावा रावण वध 6 अक्टूबर को मैदान में दर्शाया जाएगा।

यहां रामलीला समिति कार्यालय पर रविवार को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में श्री रामलीला समिति के मंत्री हीरालाल गुप्ता तथा संयोजक अजेद्र सिंह गौर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया पिछले दो वर्षों में कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से रामलीला का आयोजन भली-भांति नहीं किया जा सका था इस बार इसका आयोजन पूरी तैयारी के साथ किये जाने की योजना बनाई गई है।

23 सितंबर को श्री गणेश सेवा समिति की ओर से श्री गणेश शोभायात्रा निकाली जाने के बाद 24 सितंबर से रामलीला समिति के कार्यक्रम धनुष भंग के साथ शुरू होंगे। 25 सितंबर को राम बारात, 27 सितंबर को राम बनवास, 28 सितंबर को भरत मनऊआ, 29 सितंबर को जयंत की आंख फूट ना एवं विराध वध, 30 सितंबर को शूर्पणखा के नाक कान काटना एवं खर दूषण वध, 01अक्टूबर को स्वर्ण मृग मारीच वध, सीता हरण, सुग्रीव मिलन, 2 अक्टूबर को बाली वध, रावण हनुमान संवाद, लंका दहन, अक्षय कुमार वध, 3 अक्टूबर को सेतुबंध रामेश्वरम , रावण अंगद संवाद,

लक्ष्मण शक्ति, 4 अक्टूबर को दुर्मुख वध, कुंभकरण वध, अतिकाय वध, 5 अक्टूबर को नारायतक वध, नागफांस, मेघनाथ वध, सती सुलोचना , 6 अक्टूबर को दशहरा को अहिरावण वध एवं रावण वध, 7 अक्टूबर को भरत मिलाप एवं नगर भ्रमण, मैदान में ढोला कार्यक्रम, 8 अक्टूबर को पुन: नगर भ्रमण एवं मैदान में ढोला कार्यक्रम, 9 अक्टूबर को राजगद्दी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, 10 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम, 11 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक लगातार 5 दिन तक देर शाम रासलीला कार्यक्रम, 16 अक्टूबर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं रामलीला महोत्सव समापन।

यह जानकारी देते हुए आयोजकों ने आगे बताया इस बार अन्य परंपरागत कार्यक्रमों के साथ-साथ बनवासी राम की कुटिया पंचवटी तथा रावण का दरबार विशेष रूप से दर्शनीय होंगे। यहां पंचक लग्न में रावण वध होने की परंपरा के कारण 6 अक्टूबर 2022 को पंचक लग्न में रावण का वध देर शाम दर्शाया जाएगा जबकि अन्य स्थानों पर 5 अक्टूबर को रावण वध बताया जा रहा है।

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