गोरखपुर: विभाजन की त्रासदी की तस्वीरें देख भर आईं लोगों की आंखें

गोरखपुर: विभाजन की त्रासदी की तस्वीरें देख भर आईं लोगों की आंखें

गोरखपुर। ट्रेन की बोगियों के ऊपर हताश भाव में बैठे अगणित लोग। बेबस मां और उसके इर्द गिर्द निर्वस्त्र मासूम। राहत कैम्प में रोटी-पानी के लिए लंबी कतार। झुंड के झुंड पैदल आते शरणार्थी। दंगों में तबाह हुए इन शरणार्थियों के घर। हर तस्वीर 75 वर्ष पूर्व के विभाजन त्रासदी की जीवंत दास्तां। जो भी …

गोरखपुर। ट्रेन की बोगियों के ऊपर हताश भाव में बैठे अगणित लोग। बेबस मां और उसके इर्द गिर्द निर्वस्त्र मासूम। राहत कैम्प में रोटी-पानी के लिए लंबी कतार। झुंड के झुंड पैदल आते शरणार्थी। दंगों में तबाह हुए इन शरणार्थियों के घर। हर तस्वीर 75 वर्ष पूर्व के विभाजन त्रासदी की जीवंत दास्तां। जो भी देख रहा, दिल में दर्द की हुक उठ रही। आंखें उस दुख को भोगने वालों के प्रति श्रद्धा में भर जा रही हैं। रविवार को दिनभर इस माहौल का साक्षी रहा योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाए जाने की घोषणा के अनुक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के दिशानिर्देश पर सूचना एवं संस्कृति विभाग की तरफ से यहां विभाजन त्रासदी पर आधारित यादगार, ऐतिहासिक तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तस्वीरों को भी विस्तृत जानकारी के साथ प्रदर्शित किया गया।

प्रदर्शनी का शुभारंभ भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धमेंद्र सिंह ने किया। उनके साथ भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता भी मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी ने देश व प्रदेश में राष्ट्रीयता की नई चेतना जागृत की है।

यह प्रदर्शनी देश विभाजन के दौरान लाखों हिंदुस्तानियों के दर्द का एहसास वर्तमान पीढ़ी को कराकर एक नई प्रेरणा देने वाली है। पहली बार किसी सरकार ने विभाजन का दंश झेलने वाले लोगों के प्रति श्रद्धा व सम्मान के प्रकटीकरण की अभिनव पहल की है। प्रदर्शनी के संयोजक उप निदेशक संस्कृति डॉ. मनोज गौतम व जिला सूचना अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदर्शनी सोमवार को भी लोगों के अवलोकन के लिए लगी रहेगी।

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