JDU टूटने के कागार पर, आरसीपी सिंह के संपर्क में कई विधायक, बिहार में भी महाराष्ट्र फॉर्मूला दोहराने की आशंका
पटना। बिहार की राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है और जेडीयू में टूट के संकेत भी मिलने लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि आरसीपी सिंह जेडीयू के कई विधायकों से संपर्क में हैं और बिहार में महाराष्ट्र का फॉर्मूला दोहराए जाने की कोशिश की जा रही है। इस वजह से जेडीयू की आरजेडी …
पटना। बिहार की राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है और जेडीयू में टूट के संकेत भी मिलने लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि आरसीपी सिंह जेडीयू के कई विधायकों से संपर्क में हैं और बिहार में महाराष्ट्र का फॉर्मूला दोहराए जाने की कोशिश की जा रही है। इस वजह से जेडीयू की आरजेडी से बात नहीं बन पाई है और जेडीयू के नेता आरसीपी सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन पर उन्हीं की पार्टी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में सफाई मांगी थी। कहा जा रहा है कि आरसीपी सिंह से भष्ट्राचार के आरोप पर जेडीयू ने सफाई इसलिए मांगी क्योंकि पार्टी को लगता है कि वह बीजेपी खेमे चले गए हैं।
आरसीपी सिंह की भाषा भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर तेजी से बदलने लगे हैं। इससे पहले आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे और सीएम को पीएम मैटेरियल बताते रहे हैं। लेकिन हाल ही में उन्होंने एक बयान में कहा कि नीतीश कुमार सात जन्मों में भी पीएम नहीं बन पाएंगे। आरसीपी सिंह के इस्तीफे के साथ जेडीयू, आरजेडी और जीतनराम मांझी ने अपने-अपने विधायकों की बैठक बुलाई है।
वहीं जेडीयू मंगलवार को विधायकों के अलावा अपने सभी सांसदों की बैठक करने जा रही है। इससे पहले खबर आई कि सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनियां गांधी से फोन पर संपर्क साधा है। वहीं, एक अहम बयान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की ओर से आया और उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बगैर एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान का नाम लेते हुए कहा कि अब चिराग मॉडल लागू करने की साजिश सफल नहीं होगी।
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