कानपुर: 247 करोड़ की लागत से बनेगा शुक्लागंज पुल, नाबार्ड देगा पैसा

कानपुर। शुक्लागंज से कैंट के झाड़ी बाबा पड़ाव तक नया तीन लेन पुल बनाने के लिए राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड) धनराशि देगा। इसका प्रस्ताव उप्र सेतु निर्माण निगम की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर नाबार्ड से सैद्धांतिक सहमति जल्द ही मिल जाएगी। इस संबंध में जल्द ही शासन स्तर पर …
कानपुर। शुक्लागंज से कैंट के झाड़ी बाबा पड़ाव तक नया तीन लेन पुल बनाने के लिए राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड) धनराशि देगा। इसका प्रस्ताव उप्र सेतु निर्माण निगम की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर नाबार्ड से सैद्धांतिक सहमति जल्द ही मिल जाएगी। इस संबंध में जल्द ही शासन स्तर पर बैठक होगी। सहमति मिलते ही इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का कार्य निगम प्रबंधन करेगा। इस पुल के बन जाने से शुक्लागंज आवागमन और आसान हो जाएगा। अभी जो पुल है वह टू लेन का है। उस पर जाम लग रहा है। पुराना पुल बंद होने से जाम की समस्या आई है।
झाड़ी बाबा पड़ाव कैंट से शुक्लागंज तक सौ साल पहले पुल बना था
कानपुर को शुक्लागंज से जोड़ने के लिए ही 1875 में यहां पुल का निर्माण किया गया था। 2013 में इस पुल की मरम्मत की गई थी। इसके बाद इस पर लोक निर्माण विभाग ने ध्यान नहीं दिया। परिणाम स्वरूप पुल जर्जर हो गया है। छह माह पहले इस पुल के दो पिलर में दरार आ गई। इस वजह से इसे बंद कर दिया गया। पुल बंद होने से नया पुल पर जाम लगने लगा। इस पुल से औसतन हर रोज 22 हजार दो पहिया और चार पहिया वाहन गुजरते हैं।
पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के मुताबिक हर रोज इस पुल से डेढ़ लाख लोगों का आवागमन होता था। अब नये पुल पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। पुराने पुल की मरम्मत की स्थिति नहीं है। यही वजह है कि एक और तीन लेन का पुल बनाया जाना है। पांच माह पहले प्रस्ताव तैयार कराकर मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने शासन को भेजा था। अब शासन ने भी पुल निर्माण पर सहमति दे दी है। इस संबंध में नाबार्ड प्रबंधन से भी बात हो गई है। नाबार्ड से धनराशि मिल जाने के बाद इसके निर्माण में कोई बाधा नहीं रह जाएगी। यह पुल पुराना पुल के सामानांतर बनेगा। इसका निर्माण ओईएफ मैदान की ओर से होगा। पुल का निर्माण 50 साल की यातायात जरूरत को देखकर किया जाएगा।
प्रस्ताव नाबार्ड को भेज दिया है। जल्द ही वहां से मंजूरी मिल जाएगी। पुल का निर्माण बहुत ही जरूरी है। पुल बन जाने से जाम की समस्या खत्म होगी…राकेश सिंह, महाप्रबंधक सेतु निगम।